• Jul 17, 2025

अगर आप भी मानसूनी स्वर्ग का आनंद लेने के शौकीन हैं तो दार्जिलिंग हिल स्टेशन आपके शौक के लिए एकदम परफेक्ट है, कुहासे से ढका वातावरण, हरी भरी घाटियों की हरियाली बढाते सुंदर दृश्य, गीली सड़कें और नमी लिए वनस्पतियों के अद्भुत नज़ारें, एक ऐसा समय जब सूर्य देवता की उपस्थिति न के बराबर हो जाती है और वर्षा ऋतु पूरे उठान पर होती है, कभी धीमी कभी तेज होती बारिश सुहावने मौसम की खूबसूरती में इज़ाफा करते हुए इसे पूरी तरह मानसूनी लुक में ढाल देती है।

बरसात के मौसम में दार्जिलिंग की स्पेशल चाय की चुस्की के साथ इस जगह को एक्सप्लोर करते हुए मौसम के रूमानी पहलू का आनंद लीजिए जब बर्फ से ढकी चोटियों की जगह साफ और स्थिर आसमान की झलक के साथ पर्यटन स्थानों की निर्मल छवि और रूहानी रास्तों के आकर्षक व्यूज आपका इंतजार कर रहें हैं, तो दार्जिलिंग की मानसूनी ऋतु के करिश्माई रूप को देखने के लिए तैयार हो जाइए, इस ब्लॉग में विस्तार से हम आपको मौसम और पर्यटन स्थानों व उनसे संबंधी अन्य जरूरी चीजों से भी पूरी तरह रूबरू कराने जा रहे हैं, यकीन है दार्जिलिंग यात्रा गाइड आपके बहुत काम आएगी।

मानसूनी ऋतु में दार्जिलिंग का वातावरणः

दार्जिलिंग में मानसूनी ऋतु जुलाई से सितंबर के मध्य रहती है जिसमें मौसम संबंधी कई ऐसे फैक्ट्स हैं जो एक पर्यटक की नजर से जानना बहुत जरूरी है। बताते हैं यहां के तापमान मौसम और जलवायु के बारें में

बारिश की गतिः

  • दार्जिलिंग में ज्यादातर मानसूनी महीनों के जुलाई और अगस्त में भारी बारिश का सामना कर पड़ सकता है। माह के अधिकतर दिनों में बरसात होती है जो कभी तेज, कभी धीमी मध्धम, कभी लगातार, तो कभी थोड़े समय के लिए हो सकती है।

तापमानः

  • बारिश में दार्जिलिंग का तापमान दिन के समय रात में ज्यादा कम हो जाता है जिसमें दिन का तापमान 18 डिग्री से 23 डिग्री तक रहने के आसार होते हैं वहीं रात का तापमान में गिरावट के साथ 13 डिग्री सेल्सियस से 15 डिग्री सेल्सियस तक रहने के अनुमान होते हैं, जो कुहासे भरे माहौल के साथ निर्मल अनुभव प्रदान करता है।

अवलोकनः

  • कोहरे और बारिश की वजह से दृश्य पहुंच कम हो सकती हैं, जिस वजह से हो सकता है आपको माउंट कंचनजंगा के राजसी लुक को न देख पाएं, लेकिन शायद मौसम के कभी कभार साफ होने से देखने का अवसर मिल जाए।

नमी स्तरः

  • बारिश के कारण वातावरण में नमी बढना लाजिमी है, जिसका स्तर सुबह और शाम के समय कुछ ज्यादा ही रहता है।

मानसून ऋतु (विशेषतः जुलाई) में दार्जिलिंग की विशेषताएंः

पर्यटन दृष्टि से शरद ऋतु और बसंत का समय सबसे अधिक प्रचलित हैं, मानसूनी सीजन भी कुछ कम खास नहीं हैं, क्या हैं इसकी खासियतें, आइए जानते हैंः

हरियाली भरा वातावरणः

  • बारिश की भरपूर उपलब्धता से यहां के हरे भरे परिदृश्यों की श्रृंखला में इज़ाफा देखनें को मिलता है, जिसके अतुलनीय आनंद के कहने ही क्या? समृद्ध पर्यावरण की विरासत में फोटोग्राफी का अपना ही मज़ा है।

स्थिर व निर्मल पलः

  • पर्वतीय जगहों के मानसूनी क्षण स्थिर, शांत और निर्मलता लिए हुए होते हैं, कोई शोर शराबा नहीं, न ज्यादा डिस्टर्बेंस, न ज्यादा हो हल्ला। जीवंत परिदृश्यों के बीच खामोश खूबसूरती पर्यटकों का दिल जीत लेती है।

पर्यटकों की सीमित संख्याः

  • मानसूनी माहौल में पर्यटकों की कम संख्या होने के कारण घूमने में आसानी, लम्बी लम्बी लाइनो के खत्म होने का इंतजार नहीं करना पड़ता, भारी भरकम भीड़ होने की वजह से जो दिक्कतें आती हैं उनसे दो चार नहीं होना पड़ता और अधिक आन्तरिक अनुभवों को महसूस कर सकते हैं।

चाय बागानों की खुशबूः

  • मौसमी परिवर्तन के बीच ठंड का एहसास कराती बारिश चाय बागानों की महक को और स्पष्ट कर देती है, इसके स्वाद को महसूस करते हुए दार्जिलिंग घूमने का आनंद लेना बहुत अनूठा अनुभव देने वाला होता है। हरे भरे बागानों की नमी लिए पत्तियों पर हाथ फेरना इस मौसम की सबसे स्पेशल फीलिंग देने वाले पल होते हैं।

स्थानीय संस्कृति की जीवंतता और रेनी सीजनः

  • बारिश के समय स्थानीय संस्कृति प्रबंधन और सजीवता पर्यटकों का ध्यान विशेष रूप से आकर्षित करती है, जो रेनी सीजन को एक फेस्टिवल की तरह बना देती है।

रियायती दर पर उपलब्धताः

  • ऑफ सीजन होने की वजह से इस समय पीक सीजन की अपेक्षा होटल बुकिंग होम स्टे वगैरह इतना महंगा नही होता है, जो आपके अनुकूल बजट में भी रहता है।

मानसूनी सीजन में दार्जिलिंग की मनोरंजनवर्धक एक्टिविटीजः 

बरसाती मौसम होने पर भी दार्जिलिंग में बहुत सी ऐसी टिप्स को फॉलो कर सकते हैं, जिससे यहां आप मनोरंजन और बढा सकते हैं।

1. टॉय ट्रेन की यात्राः

दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे को यूनेस्को से विश्व धरोहर स्थल का दर्जा प्राप्त है, कल्पना शक्ति को साकार करती यह टॉय ट्रेन पर्यटकों के बीच बहुत मशहूर है जो दार्जिलिंग से सिलीगुड़ी के मध्य चलती है, यह 13 पड़ाव स्टेशनों के साथ लगभग 80 किमी की दूरी तय करती है। 1881 में बनी यह हिमालयन रेलवे तब से लेकर आज तक पर्यटन के आकर्षण के रूप में जानी जाती है, जिसमें घूमते हुए आप दार्जिलिंग के खूबसूरत परिदृश्यों का आनंद ले सकते हैं।

2. मानसूनी वन्यजीवों और वनस्पतियों का आकर्षणः

दार्जिलिंग में मानसून के आगमन पर कई विभिन्न प्रकार के वन्यजीव भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने लगते हैं, जिन्हें आप इसी मौसम में देख सकते हैं। यहां मौजूद पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क में वन्य जीवों की कई आकर्षक प्रजातियां देखने को मिलती हैं, यहां हिमालयन तहर, हिम तेंदुआ, हिमालयन भेड़िया, हिमालयन सालामंडर, नीली भेड़ और लाल पांडा और न जाने कितने ही आकर्षक जानवरों को देखने का लुत्फ ले सकते हैं। यहां कई औषधियुक्त पेड़ों की छांव का आनंद भी ले सकते हैं।

3. स्थानीय संस्कृति खान पान का आनंदः

दार्जिलिंग के स्थानीय स्ट्रीट फूड्स का आनंद ले सकते हैं, जिसके स्वादिष्ट स्वाद को बारिश के साथ चखने से आपके मनोरंजन में कई गुना वृद्धि होगी। यहां मशहूर थुकपा, मोमो, गुनड्रक और साथ में दार्जिलिंग की स्पेशल चाय को पीने का जो मजा है, निश्चित ही आपको यादगार अनुभव प्रदान करेगा।

4. मंदिरों की आध्यात्मिकता का अनुभवः

दार्जिलिंग कई पवित्र मंदिरों का हिल स्टेशन है, जहां धार्मिक आकर्षणो की श्रृंखला आपका मन मोह लेगी। हिंदू मंदिरों के साथ ही यहां बौद्ध धर्म को मानने वाले मठों की संख्या भी खूब है, जहां पहुंचकर आप शांत वातावरण में आध्यात्मिक सुख की अनुभूति कर सकते हैं। कुछ की वास्तुकला जापानी संस्कृति से मेल करती हुई प्रतीत होती है। तिब्बती और बौद्ध धर्म के अनुयायियों की यहां अच्छी खासी संख्या देखने को मिलती है।

5. चाय बागानों की सैरः

दार्जिलिंग में मानसूनी सीजन में चाय बागानों की सैर करना एक लोकप्रिय अनुभव हो सकता है, जहां घूमना हर पर्यटक की टू डू लिस्ट में शामिल हो सकता है, जहां भ्रमण करना और जीवंत हरियाली के अनुभव को महसूस करना, एक रोमांचक अनुभव हो सकता हैं। चाय बागानों की पैदल यात्रा कपल्स को बहुत लुभाती है साथ ही एकांतिक पसंद लोगों की भी यह मनपंसद हॉबी हो सकती है।

6. स्थानीय खरीदारी का आनंदः

दार्जिलिंग में घूमना और खरीदारी करना पर्यटक की बहुत पंसदीदा च्वाइस होती है, हर जगह की अपनी कोई विशेषता होती है, जिसे पर्यटक अपने साथ प्रतीक चिन्ह के रूप में खुद के लिए और औरों के लिए भी ले जाने के विशेष इच्छुक रहते हैं। मानसूनी सीजन के दौरान भी यहां से बढिया सी खरीदारी का आनंद ले सकते हैं।

7. धुंध के नजारों का लुत्फः

अगर आप को धुंध भरे नजारों को देखना अच्छा लगता है तो बारिश का मौसम दार्जिलिंग घूमने के लिए आपके लिए सर्वोत्तम समय है, जब फॉगी से दृश्यों के समूह आपको मन को झकझोर देते हैं।

8. दार्जिलिंग रोपवे के खूबसूरत परिदृश्यों का दीदारः

दार्जिलिंग पर्यटन करते समय रोपवे से शानदार सीन्स को देखना बहुत आकर्षक लगता है, इतनी ऊंचाई से दार्जिलिंग की मोहकता को निहारना आपको रोमांचित कर सकता है।

दार्जिलिंग में घूमने योग्य सर्वश्रेष्ठ स्थानः

महाकाल मंदिरः

महाकाल मंदिर से दार्जिलिंग को देखने का सुखद अनुभव आध्यात्मिकता बढाने के साथ ही अद्भुत नजारों का दीदार भी कराता है, इस मंदिर की पहाड़ी से पर्वत कंचनजंगा के विशाल परिदृश्यों के साथ हरियाली का आनंद भी ले सकते हैं। महाकाल मंदिर भगवान शिव को समर्पित मंदिर के साथ जिस हिल पर उपस्थित है, इसे वेधशाला हिल भी के नाम से भी जानते हैं। मानसून के दिनों में माउंट कंचनजंगा को देखना वातावरण की दृश्यता पर निर्भर करता हैं, क्योंकि नजारें धुंधले होते हैं।

बतासिया लूपः

एक रेलवे है जो सर्पिलाकार यानी लूप की तरह बनी हुई है, जो मानसूनी ऋतु में अधिकतर धुंध से ढकी रहती है, जो मंत्रमुग्ध कर देने वाली तस्वीरों के साथ गोरखा सैनिकों को समर्पित एक स्मारक भी है, इसके माध्यम से उन सैनिको को श्रद्धांजलि अर्पित की गई है जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।

जापानी शांति पैगोडाः

घने जंगलो के बीच बना यह श्वेत पैगोडा जापानी संस्कृति का प्रदर्शित करता हुआ अति मनोरम प्रतीत होता है। शांत वातावरण, धार्मिक स्थिरता और हरे भरे दृश्यांं के संगम और बौद्ध भिक्षुओं की उपस्थिति का तालमेल सभी धर्मों, वैचारकों को एकजुट करने की इच्छा से बनाया गया, जो जलापहाड़ पहाड़ियों की ढलानों पर स्थित एक खूबसूरत आदर्शात्मक प्रतीक है, जो विश्व को शांति का संदेश देता है।

घुम मठः

यिगा चोलिंग मठ के नाम से मशहूर यह मठ गेलुक्पा संप्रदाय से संबंधित है, यह मठ मैत्रेय बुद्ध की प्रतिमा जो लगभग 15 फीट ऊंची है, जाना जाता है। विभिन्न रंगों और कलाकृतियों से सजा घुम मठ अपनी इन्हीं विशेषताओं की वजह से पर्यटकों को बहुत लुभाता है, जो मानसूनी सीजन में धार्मिक और ध्यान लगाने वाले लोगों के लिए उपयुक्त स्थान है, मैत्रेय बुद्ध की अद्भुत प्रतिमा रंग बिरंगे वस्त्रों को धारण किये हुए बहुत आकर्षक प्रतीत होती है।

हैप्पी वैली टी एस्टेटः

दार्जिलिंग का यह प्रमुख टी बागान है जो दूसरा सबसे पुराना है, लंबी कतारो में व्यवस्थित होती चाय की खेती अपने पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है, हरी भरी हरियाली को प्रदर्शित करते खूबसूरत बागान हैप्पी वैली के नाम को सार्थक करते हैं, जहां बारिश के दिनों में गीली पत्तियों की महक मन को खुशी से भर देती है।

दार्जिलिंग रॉक गार्डनः

बारबोटी रॉक गार्डन के नाम से प्रसिद्ध यह गार्डन दार्जिलिंग में प्रसिद्ध आकर्षण के रूप में जाना जाता है। पत्थरों के कटाव से बने पार्क जो देखने में बहुत अद्भुत प्रतीत होते हैं जहां चट्टानों की प्राकृतिक बनावट देखने में बहुत आकर्षक लगती है, और बरसात की ऋतु में पत्थरों और घनी हरियाली की शोभा देखने में बहुत सुंदर प्रतीत होती है। यहां एक छोटी सी झील भी है, जहां नौका विहार का आनंद भी लिया जा सकता है।

मानसूनी ऋतु में दार्जिलिंग कैसे पहुंचे? 

हवाई यात्रा द्वाराः

  • दार्जिलिंग की हवाई यात्रा करने हेतु बागडोगरा एयरपोर्ट पर पहुंचकर टैक्सी या कैब से यहां पहुंच सकते हैं जिसकी लगभग दूरी 70 किमी है और पहुंचने हेतु कैब या सार्वजनिक वाहन मिलते है, मानसूनी दिनों में रास्ते की उपयुक्त स्थिति पर यात्रा में समय लग सकता है।

रेल यात्रा द्वाराः

  • निकटतम रेलवे स्टेशन न्यू जलपाईगुड़ी है, जहां से दार्जिलिंग जाने हेतु आप साझा टैक्सी या कैब ले सकते हैं।

सड़क मार्ग द्वाराः

  • आप सिलीगुड़ी या कलिम्पोंग से सड़क के माध्यम से दार्जिलिंग पहुंच सकते हैं, मानसूनी ऋतु में यहां भूस्खलन आदि के डर की वजह से मार्ग परिवर्तन या देरी का सामना कर पड़ सकता है। यात्रा शुरू करने से पहले स्थानीय संपर्क में रहना उचित है।

मानसूनी सीजन में दार्जिलिंग यात्रा में अपनाने हेतु उपयुक्त सुझाव 

  • मौसम की ताजा स्थिति से खुद को सदैव अपडेट रखें, यदि आप दार्जिलिंग में कहीं ठहरें हैं तो वहां से पर्यटन हेतु निकलने से पहले मौसम की स्थिति पर गौर करना उपयुक्त है।
  • बारिश के समय रास्ते फिसलन युक्त हो सकते हैं तो ऐसे में जंगली मार्गों की बजाए पक्के मार्गों को तरजीह दें।
  • टॉर्चयुक्त मोबाइल फोन के साथ बैकअप चार्जर की उपलब्धताः बारिश के दौरान बिजली की अनियमितता हो सकती है, जिससे असुविधा का सामना न करना पड़ें, इसलिए यह सामान अपने साथ अवश्य रखें।
  • पर्याप्त कपड़े जरूर पहनेंः बारिश और रात का तापमान कम होने की वजह से ठंड से बचाने वाले कपड़ों या कंबल को जरूर कैरी करें जिससे आप मौसम का आनंद लें, न कि शिकार बनें।
  • योजनाक्रम को कभी भी चेंज करने की स्थिति में दृढ़ न रहें, विकल्प पहले से तय कर लें।

निष्कर्षः

मानसूनी ऋतु में दार्जिलिंग सूरज की अद्भुत रोशनी से नहीं बल्कि अलौकिक धुंध भरे परिदृश्यों को सहेज कर पेश करता है। जब पर्वत कंचनजंगा के अविस्मरणीय नजारों के बजाए प्राकृतिक शानदार रंग हरियाली से ओतप्रोत वातावरण का माहौल शांति और ठंडक प्रदान करता है, दार्जिलिंग की खूबसूरती की कहानियां कहते पहाड़ियां, मंदिर, मठ, स्मारक वर्षा ऋतु में एक अलग ही कहानी कहते हैं जो आंखो के देखने से ज्यादा रूह से महसूस किए जाने वाले मीठे एहसासां की दास्तां होते हैं।

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