• Jun 11, 2025

भारत में जून गर्मी और बारिश का मिला जुला महीना होता है, इस वजह से उमस और गर्मी तो बढ़ ही जाती है। साथ ही यह छुट्टियों का भी समय होता है और छुट्टियों में मन कहता है कहीं घूम आया जाए जिसमें परिवार की मस्ती भी हो और शानदार मौसम की साझेदारी भी हो। विविधता संपन्न भारत देश जहां एक ही समय में भारत में कहीं गर्मी शीर्ष पर होती है तो कहीं अन्य भारतीय जगहों में मौसम खुशगवार रहता है। ऐसे में अगर आप कोई ट्रिव प्लान कर रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके बेहद काम आने वाला है, जानिए जून के महीने में पर्यटन हेतु 10 शीर्ष भारतीय जगहों के बारें में।

1. माउंट आबू, राजस्थानः

अरावली पर्वतमाला की रेंज में स्थित माउंट आबू बहुत ही आकर्षक हिल स्टेशन है जो राजस्थान जैसे रेगिस्तानी क्षेत्र में होने के कारण बहुत ही शानदार महत्व रखता है। काफी ऊंचाईयों से गिरने वाले झीलों, झरनों का परिदृश्य बहुत आकर्षक प्रतीत होता है। यहां उपस्थित नदियां सदाबहार वन वातावरण की खूबसूरती और बढ़ा देते हैं। यहां का पौराणिक महत्व अर्बुदारण्य के नाम से दर्ज है, इस स्थान की उत्पत्ति को लेकर कई किंवदंतियां भी प्रचलित हैं। पर्यटन की दृष्टि से यहां कई हिंदू मंदिर और जैन मंदिर स्थित हैं साथ ही यहां के शानदार मौसम की वजह से यहां आने वाले पर्यटकों को यह आध्यात्मिकता के साथ सुकून भी देता है।

निकटतम रेलवे स्टेशन व एयरपोर्टः आबू रोड रेलवे स्टेशन व महाराणा प्रताप एयरपोर्ट उदयपुर

प्रमुख आकर्षणः बोटिंग, कैपिंग, प्रमुख मंदिरों के दर्शन, वन्यजीव अभयारण्यों का अवलोकन कर सकते हैं।

2. पंचमढी, मध्य प्रदेशः

होशंगाबाद जिले के नजदीक यह हिल स्टेशन मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध हिल स्टेशन है, दरअसल इस जगह की खोज ब्रिटिश समय में हुई थी। यहां का सुरम्य वातावरण, सुकून भरा मौसम, हरियाली प्रकृति के बहुत करीब होने का एहसास कराती है। जिसमें तन और मन दोनों ही रिचार्ज हो जाते हैं। छुट्टियां बिताने के लिहाज से यह जगह पर्यटकों को खूब लुभाती है। इसे सतपुड़ा की रानी के नाम से भी पुकारते हैं, इसकी सबसे ऊंची चोटी धूपगढ़ है। यहां पाई जाने वाली पंच पांडव गुफाएं विश्व प्रसिद्ध है।

निकटतम रेलवे स्टेशन व एयरपोर्टः पिपरिया रेलवे स्टेशन व राजा भोज एयरपोर्ट, भोपाल

प्रमुख आकर्षणः प्रमुख मंदिरों के दर्शन, ट्रैकिंग, वन्यजीवों की सफारी और प्रकृति की खूबसूरती को निहार सकते हैं।

3. धर्मशाला, हिमाचल प्रदेशः

हिमालय की धौलाधार पर्वत श्रेणियों के बीच बसा प्रमुख हिल स्टेशन और तिब्बती बौद्ध धर्म का परिचय कराता शहर है। यह कांगड़ा जिले के अन्तर्गत आता है जिसका जिक्र पुराणों वेदों में भी मिलता है। इस शहर का नाम ही धर्मशाला है जिसका शाब्दिक अर्थ धर्म का स्थान है। यहां बारिश के महीने में भी बहुत हल्की बारिश देखने को मिलती है। सदाबहार घने वन, हरियाली भरा मौसम और ऊंचे ऊंचे पहाड़ों की सुंदरता जो विहंगम दृश्यों का निर्माण करते हैं।

निकटतम रेलवे स्टेशन व एयरपोर्टः पठानकोट रेलवे स्टेशन व गग्गल एयरपोर्ट इसे कांगड़ा एयरपोर्ट के नाम से भी जानते हैं।

प्रमुख आकर्षणः ट्रैकिंग, बंजी जंपिंग, राफ्टिंग जैसी साहसिक गतिविधियों के साथ ही प्रमुख बौद्ध मठों के दर्शन, चाय के बागान और कला संग्रहालयों को देख सकते हैं।

4. दार्जिलिंग, पश्चिम बंगालः

ऐसा प्रमुख हिल स्टेशन जहां के चाय के बागान और चायपत्ती के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं। यहां की स्थानीय संस्कृति सादगी से परिपूर्ण है। खूबसूरत वातावरण के बीच बसा यह शहर फूलों की वादियों और अपने शानदार मौसम के कारण पर्यटकों की पसंद बना रहता है। नीले अंबर से परे दुनिया की सबसे ऊंची चोटी कंचनजंगा का परिदृश्य अति लुभावना प्रतीत होता है। यहां मौजूद दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे विश्व स्तर की धरोहरों में गिनी जाती है, जब भाप इंजन की शुरूआत हुई थी तब का लघु भाप इंजन यहां देखने को मिलता है।

निकटतम रेलवे स्टेशन व एयरपोर्टः न्यूजलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन व बागडोगरा एयरपोर्ट

प्रमुख आकर्षणः यहां की स्थानीय संस्कृति को समझने के साथ चाय के बागानों का घूम सकते हैं और प्राकृतिक नज़ारों का आनंद लेने के साथ ही ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कर सकते हैं।

5. स्पीति वैली, हिमाचल प्रदेशः

हिमालयन रेंज की ऊंचाई वाला यह क्षेत्र शीतकालीन मरूस्थल के रूप में जाना जाता है। घाटियों में बहने वाली स्पीति नदी के कारण इसको स्पीति वैली नाम से जानते हैं। यह क्षेत्र प्रमुख बौद्ध मठों के लिए बहुत प्रसिद्ध है। यहां बौद्ध शिक्षण केंद्र्र्रों में शिक्षा दीक्षा का कार्य भी संपन्न होता है। सुहाना मौसम, बर्फ से ढके पर्वतों के साये और आध्यात्मिक संपन्न वातावरण मन को गहरी शांति का अनुभव कराता है। ऊंचे ऊंचे पर्वत गहरी गहरी घाटियों का मनोरम दृश्य आंखों को ठंडक प्रदान करता है।

निकटतम रेलवे स्टेशन व एयरपोर्टः जोगिन्दर नगर, शिमला या चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन व भुंतर एयरपोर्ट (कुल्लू)

प्रमुख आकर्षणः ट्रैकिंग, हाइकिंग, बाइकिंग, कैंपिंग और अन्य एडवेंचर गतिविधियां कर सकते हैं। लोकसंस्कृति को समझते हुए मठों के दर्शन कर सकते हैं।

6. ऋषिकेश, उत्तराखंडः

ऋषिकेश का एक हिस्सा देहरादून जिले में आता है और दूसरा हिस्सा टिहरी गढ़वाल में पाया जाता है। योग नगरी के नाम से मशहूर यह शहर परम पावन क्षेत्र है। मान्यता है कि यह ऋषियों की तपस्थली के रूप में जानी जाती है। यहां कई मंदिर और आश्रम बने हुए हैं, जहां आज भी लोग ध्यान साधना के लिए जाना पसंद करते हैं। इसे गढ़वाल हिमालय का प्रवेश द्वार भी कहते हैं। पर्यटन की दृष्टि से यहां ऐेतिहासिक मंदिर और कई पावन स्थल है जो बहुत प्राचीन हैं। हिमालय की गोद में बसे इस शहर में समय बिताना आध्यात्मिक साधकों की पहली प्राथमिकता होती हैं।

निकटतम रेलवे स्टेशन व एयरपोर्टः ऋषिकेश रेलवे स्टेशन या हरिद्वार जंक्शन व जॉली ग्रांट एयरपोर्ट देहरादून

प्रमुख आकर्षणः योग, तीर्थयात्रा, राफ्टिंग, कयाकिंग, आश्रम और मंदिरों का दर्शन कर सकते हैं।

7. शिलांग, मेघालयः

मेघालय की राजधानी के रूप में प्रसिद्ध शिलांग शहर पर्यटन की दृष्टि से बहुत खूबसूरत शहर है। इसे पूर्व का स्काटलैंड भी कहा जाता है। प्रकृति की शानदार परिदृश्यों को दर्शाता शिलांग शहर हरी भरी पहाड़ियों के बीच झीलों से सजा शहर है। शिलांग का प्रदूषण मुक्त वातावरण इसे साफ स्वच्छ हवा और सर्वोत्तम एक्यूआई वाले शहरों में से एक बनाता है। शिलांग जाने में सड़क मार्ग कनेक्शन बहुत अच्छा है। एलीफेंट फॉल्स, का फान नोंग्लाइट पार्क, वार्ड्स झील और भी बहुत सुदंर पर्यटन स्थल शिलांग में मिलते हैं।

निकटतम रेलवे स्टेशन व एयरपोर्टः गुवाहाटी रेलवे स्टेशन व शिलांग हवाई अड्डा, शिलांग

प्रमुख आकर्षणः ट्रैकिंग, नौका विहार, प्रसिद्ध उमियम झील और अन्य प्राकृतिक स्थलों का आनंद ले सकते हैं।

8. शिमला, हिमाचल प्रदेशः

हिमाचल प्रदेश की राजधानी के रूप में वर्णित यह शहर इस राज्य का सबसे बड़ा शहर है। हरी भरे जंगल जिसमें चीड़ देवदार के घने वृक्ष पाए जाते हैं, स्वच्छ नीले आकाश के नीचे मौजूद हरे घास के मैदान और विशेष छाप लिए बने आवास जो पर्यटकों के लिए हमेशा केंद्र में रहते हैं। यहां के ऐतिहासिक मंदिर और चर्च अपनी विशेष बनावट और सुरम्य वातावरण के बीच होने के कारण इनका धार्मिक प्रभाव और विशेष हो जाता है। ब्रिटिश शासनकाल में हुए ऐतिहासिक शिमला समझौते के कारण इसकी विशेषता आज भी प्रांसगिक है।

निकटतम रेलवे स्टेशन व एयरपोर्टः कालका रेलवे स्टेशन व जुब्बार हाटी एयरपोर्ट, शिमला

प्रमुख आकर्षणः आप यहां टॉय ट्रेन की सवारी करने के साथ ही प्रमुख जगहों से स्थानीय संस्कृति से जुड़े हस्त शिल्प के सामानों की खरीदारी कर सकते हैं। यहां का जाखू मंदिर, कुफरी, हिमालयन बर्ड पार्क और भी अन्य स्थल प्रसिद्ध हैं।

9. कोडाईनाल, तमिलनाडुः

पश्चिमी घाट की पहाड़ियों पर स्थित यह हिल स्टेशन दक्षिण भारत का प्रमुख हिल स्टेशन है, जिसे हिल स्टेशनों की राजकुमारी के नाम से पुकारा जाता है। यहां की मुख्य स्थानीय आय का स्त्रोत पर्यटन से हुई आमदनी ही है। बेहद कम आबादी वाला यह क्षेत्र खूबसूरत पर्वतों, सीढीनुमा खेती, स्तंभ चट्टानों और झीलों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यहां का उल्लेख तमिल ग्रंथों में भी मिलता है। यहां विभिन्न तरह के पेड़ जैसे बांस, चंदन और सागौन की अधिकता देखने को मिलती है। विभिन्न तरह की वनस्पतियां और जीवों का देखने का बहुत अनुपम प्रतीत होता है।

निकटतम रेलवे स्टेशन व एयरपोर्टः कोडाई रोड रेलवे स्टेशन व मदुरई एयरपोर्ट, मदुरई

प्रमुख आकर्षणः बोटिंग, ट्रैकिंग जैसी साहसिक गतिविधियों के साथ ही स्थानीय खरीदारी और भोजन का आनंद ले सकते हैं।

10. मनाली, हिमाचल प्रदेशः

कुल्लू जिले का एक प्रमुख शहर के रूप में इस हिल स्टेशन को जाना जाता है जो पर्यटकों की पहली पसंद रहता है। यह शहर लेह का प्रवेश द्वार भी कहलाता है। मनाली की आकर्षकता और लुभावने दृश्य जहां बर्फ की चादर ओढे पहाड़, चीड़ देवदार के घने जंगल और हिमालयी पर्वत श्रृंखला को निहारना एक खूबसूरत एहसास देता है। पौराणिक मान्यता है कि यहां का नाम ब्रह्मा जी के पुत्र और पहले मानव मनु के नाम पर रखा गया है, यहां इनका मंदिर भी अवस्थित है। मनाली को देवताओं की घाटी भी कहते हैं।

निकटतम रेलवे स्टेशन व एयरपोर्टः अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन व भुंतर एयरपोर्ट कुल्लू

प्रमुख आकर्षणः ट्रैकिंग, पैराग्लाइडिंग, रिवर राफ्टिंग और अन्य पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर सकते हैं।

निष्कर्षः

जून का महीना और छुट्टियां, जिसमें सैर करने का अलग ही मज़ा है। ठंडक भरे मौसम की अनुभूति, हरियाली लिए परिदृश्य, प्रदूषण मुक्त वातावरण और शानदार स्थानीय संस्कृति को समझाते यह पर्यटन स्थल एक अनूठा अनुभव देते हैं। यह पर्यटन स्थल जो स्वाभाविक रूप से प्रकृति का आशीर्वाद हैं, इन्हें देखना, घूमना, और समझने से भी बढकर है, इन्हें महसूस करना, जहां आप प्रकृति के बेहद करीब होते हैं और आपकी यादगार स्मृतियों में यह पल शामिल हो जाते हैं।

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