• Aug 16, 2025

3 इड्यिट्स फिल्म का क्लाइमेक्स सीन में जब रैंचो को ढूंढते हुए फरहान और राजू मनमोहक सी झील के किनारे पहुंचते हैं और दिल से मूवी का संतरगी गाना आपको याद है, इसमें भी इसी आकर्षक झील की शोभा को दर्शाया गया है, जी हां हम बात कर रहे हैं पैंगोंग झील की, कुदरत की एक अनमोल देन है। तिब्बती भाषा में इसका अर्थ होता है ‘‘ऊंचे घास के मैदान की झील’’, लगभग 4350 मीटर की हिमालयी ऊंचाई पर 134 किमी लंबाई की इस भव्य नीली झील के विहंगम दृश्यों की श्रृंखला को दिखाती इस झील का एक तिहाई हिस्सा भारत और बाकी तिब्बत में चीन द्वारा नियंत्रित किया जाता है। लद्दाख में बाइकिंग करते हुए भी आप इस झील के किनारे पहुंच सकते हैं और खूबसूरत से नजारों की मोहकता का लुत्फ लेते हुए फील कर सकते हैं।

पैंगोंग झील घूमने का सबसे अच्छा समय

पैंगोंग झील घूमने के लिए सही समय का चुनाव बहुत जरूरी है, क्योंकि लेह लद्दाख पूरे साल भर घूमने वाली जगहों में से नही है, शीत ऋतु की अधिकता से मौसम अत्यधिक ठंडा और जमाव युक्त हो जाता है। सर्दियों में यह झील खारी होने के बावजूद भी पूरी तरह जम जाती है। इसलिए मई से सितंबर के समय, गर्मियों में इस झील को घूमने का सबसे अच्छा समय माना जाता है।

हरे भरे वातावरण लिए धरती के मनमोहक नजारें और स्वच्छ झील के रंग बदलते परिदृश्य जिसमे यह कभी नीली, हरी तो कभी लाल मटमैले रंग में दिखाई देती है, विभिन्न रंगों को धारण करती इस झील के मंत्रमुग्ध करने वाले नजारें एक दिन में ही कई बार अपने आकर्षक रूपों से पर्यटकों का मनोरंजन कराते हैं। शीत ऋतु जाते ही बर्फ की वजह से बंद दर्रो के रास्ते खुलने लगते हैं, पहाड़ी रास्तें और ट्रेकिंग ट्रेल्स सुगम हो जाते हैं। साफ स्वच्छ झील के किनारें समय बिताने और कैंपिंग करने के लिए यह आदर्श समय होता है और सुगम सहज मौसम की वजह से आपको रूकने की जगह, परिवहन सुविधा और अन्य सहायता के लिए भी आसानी से विकल्प मिल जाते हैं। इसलिए सभी पक्षों में पैंगोंग झील घूमने के लिए ग्रीष्मकाल से लेकर मानसून समय यानी मई से सितंबर का समय ही सर्वोत्तम है।

पैंगोंग झील के पास करने योग्य चीजेंः

तारों को देखनाः

रात्रि समय अंतरिक्ष को एक्सप्लोर करें, यह स्थान तारों को निहारने के लिए स्वच्छ आकाश की छवि प्रदान करता है। प्रदूषण मुक्त वातावरण और बर्फ से ढकी आसपास की वादियों की चमक से आसमान और अधिक आकर्षक प्रतीत होता है। रात्रि आकाश में अक्सर दिखने वाली आकाशगंगा की मनमोहक छवियों का संग्रह करें। निर्मल आसमान के नजारें मई से लेकर सितंबर माह तक ज्यादा बेहतर होते हैं।

कैपिंग करनाः

लद्दाख की ऊंचाईयों पर कैपिंग करने का अद्भुत आनंद अविस्मरणीय है, करीब 14000 फीट की हाइट पर टेंट में ठहरना बहुत शानदार अनुभव हो सकता है। यहां रात के समय टेंटों की खूबसूरत रोशनी के नजारें और सुविधाएं आपको राजसी आनंद प्रदान करती हैं, जहां भाव भरे आतिथ्य की खासियत और डीलक्स टेंट की खासियतें आपका मन मोह लेगी। इन टेंटों में हर एक जरूरी सुविधा मुहैया रहती है।

स्थानीय संस्कृति को करीब से समझनाः

जब हम कहीं घूमने जाते हैं तो वहां की स्थानीय संस्कृति, परंपरा और रीति रिवाजों को भी करीब से जानते हैं। स्पेशल जगह पर रहने वाले इन स्थानीय निवासियों की शैली में अनूठापन है क्योंकि यहां कई सारे पर्वतीय क्षेत्रों की छाप देखने को मिलती है। ग्रीष्म समय में वे अपने लिए खेती बाड़ी का जिम्मा खुद उठाते हैं जिसमें अनाज और सब्जियां मुख्य हैं। पैंगोंग की रोमांचक यात्रा करते समय लोकल लोगों के साथ वक्त एन्जॉए कर सकते हैं और स्थानीय स्वाद का लजीज स्वाद चख सकते हैं।

विभिन्न पंछियों की उपस्थिति को निहारनाः

पैंगोंग झील के पास ग्रीष्माकाल में कई सारे प्रवासी पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों के दर्शन होते हैं, जहां वे ठहरने, प्रजनन और अन्य उद्देश्यों से आते हैं। जंगली पक्षियों की यह प्रजातियां एक पर्वतीय भाग से दूसरे पर्वतीय शीर्ष तक उड़ते हुए लुभावने लगते हैं। रोचक सी कुछ प्रजातियां ग्रेट क्रेस्टेड ग्रीब, रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, दुर्लभ ब्लैक नेक्ड क्रेन आदि हैं। प्रकृति की यह अनमोल धरोहर के परिदृश्य देखने में अति आकर्षक और लुभावने लगते हैं।

आकर्षक परिदृश्यों की फोटोग्राफी करना

पैंगोंग झील के पास पहुंचकर अगर वहां की खूबसूरती को तस्वीरों में कैद न किया तो बहुत कुछ मिस कर सकते हैं। शानदार नजारों की फोटोज़ वीडियोज़ बनाना तो ट्रेंड जैसा है तो आप भी फॉलो करें और अपने कैमरे से यहां के भव्य परिदृश्यों की खूबसूरती के पलों को सदा के लिए यादगार बना लीजिए। पैंगोंग झील और हिमालय पर्वतों के बीच निकलते और डूबते सूर्य के अनमोल दृश्य विस्मित करते हैं।

नौका विहारः

अगर आप नौका विहार के शौकीन है तो नीले रंग की इस झील पर नौका विहार का अद्भुत आनंद लेने से खुद को रोंके नहीं। नीलम रत्न सी दिखती यह झील वास्तव में बहुत शांत और सुकून प्रदान करती है, जहां जाना और झील के दृश्यों को और करीब से देखना बहुत आकर्षक लगता है।

पिकनिक

पैंगोंग झील के किनारे बैठकर पिकनिक एन्जॉए करने का अपना ही मजा है। अकेले गए हों या अपने किसी प्रियजनों के साथ, कुछ स्नैक्स और खाने पीने की चीजों के साथ राजसी परिदृश्यों का आनंद लेना, दिवास्वप्न से कम नहीं लगता।

3 इडियट्स स्पॉट घूमनाः

फिल्मी मनोरंजन को एन्जॉए करना चाहते हैं तो 3 इडियट्स शूटिंग लोकेशन पर जाकर पीले स्कूटर की सवारी की फोटो जरूर खिंचवा सकते हैं, जहां करीना कपूर अपने पीले स्कूटर को ड्राइव कर पहुंची थीं। पैंगोंग झील के इस आकर्षक पल का मजा लीजिए और कहिए ‘‘आल इज वेल’’

पैंगोंग झील प्रकृति

यह झील किसी आश्चर्य से कम नहीं है जिसे देखकर भूगर्भ वैज्ञानिक भी हैरत मे पड़ जाते हैं क्योंकि यह झील संपूर्ण तरीके से धरती से घिरी हुई है और जिसका पानी कहीं अन्यत्र नहीं गिरता व झील समुद्र तक नहीं पहुंच पाती है इसलिए पैंगोंग झील मे खनिज लवण की अच्छी खासी मात्रा पाई जाती है जिसका बाहरी बहाव न होने के कारण झील खारेपन का स्वाद रखती है।

झील में मीठे पानी की अनुपस्थिति के कारण वनस्पति बहुत कम देखने को मिलती है, जहां मछली और अन्य जलीय जीव भी नगण्य हैं, इस झील में क्रस्ट महासागरीय कुछ झींगा देखने को अवश्य मिलते हैं, जहां प्रजनन हेतु कई प्रवासी पक्षी भी आना पसंद करते हैं जैसे बार हेडेड हंस और ब्राह्मणी बतख यहां गर्मियों के समय में अक्सर देखे जाते हैं। झील में वन्यजीव प्रजातियों के रूप में कियांग और मर्मोट देखने को मिलते हैं।

पैंगोंग झील अवस्थिति

पैंगोंग झील लगभग 134 किमी लंबी है, जिसका एक तिहाई हिस्सा तो भारत लेकिन अन्य हिस्सा तिब्बत यानी चीन के नियंत्रण में है। चीन और भारत के बीच असल नियंत्रण रेखा इसी झील से होकर निकलती है जहां चीन इस रेखा से 20 किमी के दायरे तक अपना हिस्सा बताता है जहां भारत अपना दावा प्रस्तुत करता है, पश्चिमी छोर भी भारत और पाकिस्तान के बीच मतभेद हिस्से के रूप में जाना जाता है।

पैगोंग झील पर्यटन के लिए कुछ जरूरी टिप्स

  • पैंगोंग झील भारत और चीन की नियंत्रण रेखा पर अवस्थित है, इसलिए भारतीयों के लिए वहां घूमने के लिए इनर लाइन परमिट और गैर भारतीयों के लिए संरक्षित क्षेत्र परमिट लेना परम आवश्यक है। साथ ही इन सभी जरूरी दस्तावेजों की एक प्रतिलिपि/फोटोकॉपी सदैव अपने साथ रखना जरूरी है। 
  • इस क्षेत्र में रात्रि का समय या संपूर्ण तापमान अचानक से कभी भी बदलने वाला होता है इसलिए गर्म कपड़ें स्वेटर शॉल वगैरह जरूर साथ रखें 
  • ऊंचाई पर होने के कारण सड़कों की बनावट उबड़ खाबड़ और एक सी नहीं होती है, ऐसे में सुनिश्चित करें कि वाहन गुणवत्ता मजबूत और अच्छी श्रेणी की हो 
  • अत्यधिक ऊंचाई पर स्थित इस स्थान पर स्वास्थ्य संबंधी किसी प्रकार का समस्या आना कोई विशेष बात नहीं है इसलिए कुछ बेसिक जरूरी दवाईयों को साथ में अवश्य रखें साथ ही फर्स्ट ऐड होना भी आवश्यक है क्योंकि चिकित्सीय सुविधाएं बहुत ज्यादा न होने के कारण सेफ्टी टिप जरूरी है। चिकित्सीय सुविधाओं के लिए आपको यहां से कई किलोमीटर का सफर तय कर तांगस्ते गांव में जाना होगा।
  • समय समय पर आवश्यक आराम करते रहें जिससे कि बॉडी वहां के वातावरण के हिसाब से खुद को एडजस्ट कर सके।
  • झील के साफ स्वच्छ किनारों और परिदृश्यों को गन्दा न करे, हमारी नैतिक जिम्मेदारी है साथ ही प्लास्टिक बैग्स का इस्तेमाल करने से परहेज करें।
  • मई से सितंबर के मध्य आवास संबंधी समस्याओं का सामना न करना पड़े इसलिए प्री बुकिंग पहले से ही कर लें।
  • ऑनलाइन पेमेंट और एटीएम संबंधी समस्या से सामना न हो इसलिए कुछ नकदी साथ रखें।
  • झील के पास भोजन वगैरह के विकल्प सीमित रहते हैं इसलिए कुछ नाश्ता व पानी अपने साथ रखें।

पैंगोग झील कैसे पहुंचे

हवाई मार्ग :

पैंगोग झील पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा कुशोक बकुला रिम्पोछे घरेलू हवाई अड्डा है जिसकी पैंगोंग झील से दूरी लगभग 140 किमी है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं, जो देश विदेश के मुख्य शहरों से अच्छे से कनेक्टड हैं।

रेल मार्गः

रेल माध्यम से पैगोंग झील तक पहुंचने के लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन श्रीनगर है जहां से स्थानीय वाहन की मदद से आप लेह के रास्ते पैंगोग या पैंगोग झील तक की यात्रा कर सकते हैं।

सड़क मार्गः

जम्मू कश्मीर की राज्य परिवहन निगम की बसों के माध्यम से श्रीनगर से लेह तक पहुंचा जा सकता है और लेह से पैंगोग झील तक की यात्रा आसानी से की जा सकती है। श्रीनगर से लेह के बीच बसों की अच्छी आवाजाही देखने को मिलती है।

साहसिक गतिविधियों के शौकीन लोग लेह से पैंगोंग झील तक किराए की बाइक लेकर भी रोमांचक अनुभव फील करते हुए जा सकते हैं या साझा वाहन, टैक्सी की मदद लेकर भी जा सकते हैं।

निष्कर्ष

पैंगोंग झील, नीलम रत्न सी खूबसूरत यह झील खूबसूरती और रोमांच के साथ ही भरपूर मनोरंजन के पलों को प्रदान करती है। प्रकृति की बेशकीमती धरोहर यह झील अपने साथ कई परिप्रेक्ष्यों में आकर्षण की हद है। चाहें कैंपिंग हो या बोटिंग या यूं ही झील के तट पर समय बिताना हो, हर तरह से जीवंत खूबसूरती को बयां करती पैंगोंग झील अपने साथ कई यादगार पलों को सहेजती है। पैंगोंग झील के करिश्माई नज़ारें पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करते हैं तो तैयार हो जाइए ऐसे सफर के लिए जहां प्रकृति भी खुद को निहारती है।

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