हिमाचल प्रदेश की राजधानी के नाम से प्रसिद्ध शहर शिमला पर्यटन हेतु बहुत लोकप्रिय स्थान है। शांत वातावरण, हरी भरी वादियां, प्राकृतिक सुंंदरता, शिमला उत्तर भारत का पसंदीदा हिल स्टेशनों में से एक है। खूबसूरत वास्तुकला, रमणीक मंदिर, आकर्षक बाज़ार, बर्फ से ढके पहाड़ों के मनोहारी नज़ारे, और ऐतिहासिक स्मारकों की नगरी शिमला जो कभी ब्रिटिशकालीन भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करती थी, आज भी यहां औपनिवेशिक काल की वो यादें मौजूद हैं। आइए, शिमला के 10 ऐसे शीर्ष स्थानों की चर्चा करते हैं जो पर्यटन की दृष्टि से बहुत पंसद किये जाते हैं।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर की बहुत महत्ता है। यह मंदिर भक्त शिरोमणि श्री हनुमान जी को समर्पित है। किंवदतियों के अनुसार श्री हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने के लिए इसी स्थान पर रूके थे। मंदिर की बनावट पांरपरिक हिमाचल शैली में की गई है, जो एक समृद्ध विरासत को संजोए हुए है। मंदिर की सजावट लकड़ियों की नक्काशी,जीवंत चित्रों और अलंकृत मूर्तियों से की गई है, जो हिंदू मान्यताओं को दर्शाती है। 108 फीट लंबी श्री हनुमान जी की खड़ी हुई मूर्ति, एक असाधारण और अद्भुत निर्माण है। श्रद्धालु यहां प्रार्थना करते हुए आशीर्वाद स्वरूप स्वास्थ्य, समृद्धि और खुशियों की कामना करते हैं।
स्थानः जाखू पहाड़ी, शिमला
उपयुक्त समयः मार्च से जून
कालका शिमला रेलवे, उत्तर भारत की लगभग 2 फीट 6 इंच यानी 762 मिमी एक संकुचित या छोटी लाइन है जो कई पर्वतीय रास्तों को पार करती हुई कालका से शिमला का लगभग 96 किमी का रास्ता तय करती है। इसका मनोरम दृश्य किसी सपने जैसा लगता है जो पहाड़ी और गांवों के आस पास घिरी हुई हो। ये रेलवे लाइन ब्रिटिश भारत में सन् 1898 में बनाई गई थी, उद्देश्य ग्रीष्म ऋतु की राजधानी शिमला को रेल माध्यम से जोड़ना। 8 जुलाई 2008 में यूनेस्को ने कालका शिमला भारतीय पर्वतीय रेलवे विश्व विरासत स्थल में शामिल किया।
स्थानः कालका- हरियाणा एवं शिमला- हिमाचल प्रदेश
उपयुक्त समयः मार्च-सितंबर
हार्ट ऑफ शिमला के नाम से प्रसिद्ध यह जगह शिमला की बेहतरीन जगहांं में से एक है जहां जाएं बिना, शिमला देखना अधूरा है। यह एक पर्यवेक्षणी रोड है, जहां से शिमला के खूबसूरत नजारों का दीदार कर सकते हैं, प्रकृति की खूबसूरती को निहार सकते हैं। रिज, मॉल रोड व स्कैण्डल पॉइंट को आपस में जोड़ता है, यहां से आप शिमला की पर्वतीय बर्फबारी का आनंद ले सकते हैं। रिज, समस्त सांस्कृतिक गतिविधियांं का केंद्र है। यहां मौजूद मॉल रोड, खरीदारी के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है। यहां से शिमला के कई पर्यटन स्थल आपस में कनेक्टड हैं। रिज का लक्कड़ बाज़ार जो लकड़ियों से बनी वस्तुओं के लिए विश्व प्रसिद्ध बाज़ार है, इस ़क्षेत्र की मुख्य पहचान है।
स्थानः पैडस्टल रोड, शिमला
उपयुक्त समयः मार्च से अगस्त, दिसंबर-जनवरी
यह शिमला का एक रिसॉर्ट हिल स्टेशन है जो विन्टर स्पोर्ट्स फेस्टिवल के लिए प्रसिद्ध है। अगर आप राइड्स और एडवेंचर के शौकीन हैं तो कुफरी फन वर्ल्ड आपके लिए एकदम परफेक्ट जगह है। कुफरी शब्द कुफ्र से लिया गया है जिसका लोकल भाषा में अर्थ झील होता है। यह अपने आसपास के क्षेत्र में सबसे ऊंचा स्थान है, यहां हिमालयन वन्य जीव चिड़ियाघर भी है जो हिमाचल प्रदेश के राज्य पक्षी मोनाल सहित कई दुर्लभ प्रजातियों का संरक्षण करता है। अगर आप स्कीइंग के शौकी न हैं तो सर्दियों में आलू के बागानों का रास्ता इसके लिए सटीक है।
स्थानः ढली, शिमला से लगभग 20 किमी दूरी।
उपयुक्त समयः अक्टूबर से फरवरी, अप्रैल से जून
यह जगह प्रेमी जोड़ों के लिए विशेषतः महत्व रखती है। इतिहास में कहते हैं कि ब्रिटिश वायसराय की बेटी पटियाला के महाराज के साथ प्रेम में पड़कर इसी जगह से उनके साथ चली गई थी। यह एक प्रसिद्ध जगह है, जहां से सूर्योदय व सूर्यास्त के नजारे बेहद खूबसूरत होते हैं। यहां पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लाला लाजपतराय की प्रतिमा स्थापित है। एक रमणीय स्थल जिसके पास शहर के दो महत्वपूर्ण रोड, द रिज और मॉल रोड मिलती हैं। यहां आप चाय की चुस्की के साथ एन्जॉय करते हुए ठंडे ठंडे पर्वतों से विहंगम दृश्यों को देख सकते हैं। कुछ समय निकालकर यहां मौजूद स्कॉटलैण्ड चर्च में शांति सुकून से भरी राहत महसूस कर सकते हैं और इन यादों की फोटोग्राफी कर सकते हैं।
स्थानः मॉल रोड, शिमला
उपयुक्त समयः मार्च से जून
ऐतिहासिक छाप लिए यह संस्थान ब्रिटिश भारत का औपनिवेशिक स्थान था, जिसको सन् 1964 में एक शोध संस्थान के रूप में, भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा स्थापित किया गया। यह संस्थान मूल रूप से 1884-1888 तक भारत के वायसराय लॉर्ड डफरिन के आवास के रूप में बना था, जिसे तब वायसरीगल लॉज कहते थे। यह इमारत इंडो-गॉथिक शैली का उदाहरण है, जिसे लोक निर्माण विभाग के वास्तुकार हेनरी इरविन ने ड़िजाइन किया था। ऐतिहासिक घटनाओं की दृष्टि से देखें तो 1945 का शिमला सम्मेलन और 1947 में भारत से पाकिस्तान व पूर्वी पाकिस्तान को अलग करने का डिसिजन भी यहीं लिया गया था। वर्तमान में यह शोध संस्थान पोस्ट-डॉक्टरल पाठ्यक्रम प्रदान करता है और मानविकी, संस्कृति, धर्म, सामाजिक और प्राकृतिक विज्ञान में अनुसंधान को बढ़ावा देता है।
स्थानः जाखू रोड, शिमला
उपयुक्त समयः मार्च से जून, सितम्बर से नवंबर
1974 में स्थापित इस संग्रहालय की इमारत का इतिहास से गहरा नाता है। यह संग्रहालय इन्वरर्म हिल की चोटी पर बने ब्रिटिशकालीन लॉर्ड विलियम बेर्स्फोर्ड का गर्म मौसम का निवास स्थान था। 1860 के दशक में एक बड़े विक्टोरियन घर के रूप में बनाया गया था। 1973 में हिमाचल सरकार ने इसका जीर्णोद्धार किया और इसे संग्रहालय में तब्दील करा दिया। आज यह स्थान कई पुरातात्विक कलाकृतियाँ, सिक्के, आभूषण, लकड़ी की नक्काशियां, पांडुलिपियां, डाक टिकट, हथियार और कई लघुचित्रों सहित पेंटिग्स को अपने में सहेज कर रखे हुए है, जो उस ऐतिहासिक काल को बखूबी समझाते हैं।
स्थानः चौरा मैदान, शिमला
उपयुक्त समयः मार्च से जून, सितंबर से नवंबर
नियो-गॉथिक शैली पर बनी क्राइस्ट चर्च, पर्यटकों के लिए बहुत प्रसिद्ध है। शिमला की पहली कैथोलिक इमारत का निर्माण ब्रिटिश राज भारत में 18वीं सदी में हुआ था, जब शिमला हिल स्टेशन के रूप में तेजी से उभर रहा था। वास्तुकला का चमत्कार बनी इस चर्च का इंटीरियर बेहद खास है। हल्का पीला अग्रभाग मानो ऐसे लगता है जैसे नीले आसमान और शाही पर्वतों को छूने वाला हो। रंग बिखेरती हुई इसकी छटा एक उत्कृष्ट कृति है, जो इसके रमणीक वातावरण के साथ यूं ही बहुत आसानी से मिलती हुई प्रतीत होती है। यह चर्च न केवल इतना प्र्रसिद्ध है बल्कि शिमला का सबसे पुराना चर्च भी है।
स्थानः द मॉल, शिमला
उपयुक्त समयः अक्टूबर से मार्च
हिंदू धर्म में प्रसिद्ध यह प्राचीन मंदिर डर को दूर करने वाली देवी काली को समर्पित है, जिन्हें श्याम वर्ण होने की वजह से श्यामला भी कहा जाता है। बान्टोनी पहाड़ी की चोटी पर स्थित यह मंदिर जाखू पहाड़ी के पास ही है, जहां से पर्वत,पहाड़ और हरियाली लिए जंगलों का विहंगम नज़ारा देखने को मिलता है। जो वातावरण में एक दिव्यता का संचार करता है। इस मंदिर में देवी काली की नीले रंग की लकड़ी की मूर्ति एक अद्वितीय अनुपम हिंदू शैली की शिल्पकला है। कहते हैं जो कोई भक्त पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ यहां आता है उसके जीवन में मां काली की कृपा प्राप्त होती है।
स्थानः मॉल रोड, काली बाड़ी, शिमला
उपयुक्त समयः मार्च से जून
एक ऐसी हरियाली से परिपूर्ण घाटी जिसकी सुंदरता को कई बॉलीवुड मूवीज़ में भी दिखाया जा चुका है। कुफरी जाने के रास्ते में आप ग्रीन वैली का आनंद ले सकते हैं। हरी भरी वादियां, अल्पाइन, चीड़, बांज, बुरांश और भी कई तरह के पेड़ों से बने जंगल जो दुर्लभ वन्य जीवों का घर है। मनोरम दृश्यों का संकलन करती ये घाटी प्रकृति की बड़ी खूबसूरत देन है जिसे स्वयं प्रकृति ने ही संवारा हैं। यहां सेल्फी, फोटोज़ और मनपंसद वीडियोज़ बनाकर इसकी मनमोहकता को अपनी यादों में संजो सकते हैं। खूबसूरती का पर्याय ये घाटी अपनी सुंदरता के लिए पर्यटन की दृष्टि से सर्वोत्तम स्थान है।
स्थानः कुफरी, शिमला से लगभग 25 किमी दूरी
उपयुक्त समयः जुलाई से अक्टूबर, फरवरी से अप्रैल
शिमला, ऐतिहासिक समय से भारत की पहचान रहा ये नगर ब्रिटिशकाल से ही बहुत लोकप्रिय रहा है। यहां की प्रकृति की सुंदरता, पुरानी इमारतें, ओक और अन्य वृक्षों के जंगल साथ ही सादगी और शांति की पहचान बना यह नगर हमेशा ही पर्यटकों की पहली पंसद रहता है। जब भी सैर की बात होती है तो शिमला का ज़िक्र होना लाज़िमी है।