• Aug 19, 2025

पुरानी दिल्ली का दिल चांदनी चौक संपन्न ऐतिहासिक विरासत और समृद्ध माहौल के लिए जाना जाता है, यह मुगल इतिहास का ऐसा सुनहरा पन्ना है जिसकी चमक समय के साथ और गहरी हुई है। संस्कृति और वाणिज्य का केंद्र यह क्षेत्र एक बाज़ार से कहीं अधिक है जिसका आधुनिक स्वरूप अपने चाहने वालों को हमेशा लुभाता है। महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र, जहां खरीदारी के नये आयामों के साथ अनूठे अनुभव संकलित होते हैं। हलचल भरे सजीव वातावरण के साथ पारंपरिक परिधानों व इससे जुड़ी ऐससरीज की विस्तृत रेंज से लेकर आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स, पुस्तकें, फुटवियर्स, सूखे मेवों और फैशनेबल ऐससरीज के लिए मशहूर है, जहां आप बजट फ्रेंडली खरीदारी से लेकर शादी ब्याह जैसे उत्सवों की उत्कृष्ट खरीदारी कर सकते हैं। अगर आप भी खरीदारी के अनोखे सफर का आनंद लेना चाहते हैं तो चांदनी चौक की ऐतिहासिक यात्रा पर निकलने की तैयारी कर लीजिए।

चांदनी चौक का इतिहास व संकल्पना

दिल्ली के इस स्थान को मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा 17वीं शताब्दी के आसपास बनवाया गया था, जिसकी डिजाइन को शाहजहां की बेटी जहांआरा ने तैयार किया था, जो अर्धचंद्राकार आकार का एक चौक था, रात के समय चांद की रोशनी को कई जगह प्रतिविबिंत करती नहरों की मनमोहक छवि सिल्वर स्ट्रीट नाम से मशहूर करती है, जो कभी चांदी के व्यापारियों के लिए प्रसिद्ध जगह रही है। वृक्षों, तालाबों और नहरों की सजावट के साथ ही लगभग 40 गज चौड़ा और 1,520 गज लंबा यह स्थान मूनलाइट स्क्वायर का पर्याय है।

वर्तमान परिदृश्य में आज इसका लुक बदल गया है, लेकिन यहां की मौलिकता आज भी वही है, चांदनी चौक कला, व्यापार और संस्कृति के लिए आज भी प्रमुख स्थान है।

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चांदनी चौक सिर्फ बाज़ार ही नहीं है

दिल्ली के विविध स्वरूपों को दर्शाता चांदनी चौक जगह मात्र नहीं है, यह एक संकल्पना है जिसकी छांव में मशहूर कवियों ने अपनी रचनाएं लिखीं, किसी समय यहां रेशम और मसालों के व्यापार केंद्र बने और यादगार ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी बना यह स्थान आज छोटी से छोटी रोजमर्रा की चीज़ों से लेकर ब्रांडेड सामानों की विस्तृत रेंज खरीदने का सर्वोत्तम स्थान है।

चांदनी चौक बाजार सिर्फ सामान खरीदने से भी ज्यादा कई दर्शनीय स्थलों को निहारने का भी अनुभव प्रदान करता है जिसमें उनसे जुड़ी कहानियों की झलक दिखाई देती है और भारतीय संस्कृति की आत्मा के दर्शन कराता यह क्षेत्र विविध आयामों को प्र्रदर्शित करता है।

 मुगल संस्कृति को दर्शाता यह ऐतिहासिक बाजार व्यवस्थित रूप से बसाया गया है, जो मुख्य व्यावसायिक केंद्र था। चौड़ी सड़कें, बेहतर परिवेश में सजा यह बाजार तमाम सारे जुलूसों और सवारियों के लिए भी जाना जाता था। ब्रिटिशकाल में ढेर सारे बदलावों के बावजूद भी यह अपनी मौलिकता को बरकरार रखता है।

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ऐतिहासिक बाजार व उनकी विशेषताएं 

चांदनी चौक ऐतिहासिकता, लोकसंस्कृति और विविधता के लिए जाना जाता है, अपनी जरूरत और पसंद के हिसाब से लगभग हर चीज मिल जाती है। बाजार कई गलियों से मिलकर बना है जिसमें प्रत्येक गलियां  अलग अलग किसी खास चीज वर्ग को समाहित करती है। आइए जानते हैं चांदनी चौक की इन्हीं गलियों की बाजारों और विशेषताओं के बारें में

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किनारी बाजारः

किनारी बाजार अपने नाम के अनुरूप बेहतरीन बॉर्डर, सेक्विन, ज़री और पंरपरागत कारीगरी से संपन्न है, जहां सजावटी सामान की वृहद श्रृंखला के साथ ही एक से बढकर एक आईटम खरीदने का अवसर मिलता है। विविध रंग बिरंगे सजावटी सामानों की अद्वितीय आकर्षण जिसमें लेस, लटकन, डिजाइनर बटन्स, कलीरे और धार्मिक सजावटी सामान मिलता है। अगर आप भी परिधानों की सजावट या मंदिर की सजावट के लिए विभिन्न ऐससरीज को ढूंढ रहे हैं तो यह स्थान आपकी खोज के लिए सर्वोत्तम है।

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दरीबा कलां

पुरानी दिल्ली का यह बाजार मुगल काल से अस्तित्व में रहा है और पुराने बाजारों की गिनती में आता है। मुगल इतिहास से ही यह कीमती पत्थरों और सोने चांदी के आभूषणों के लिए प्रसिद्ध रहा है, जिसकी डिजाइन और अद्वितीय बनावट विशेष कारीगरी को समर्पित रहती है। यहां कई सारे ज्वैलर्स की दुकानें हैं।

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खारी बावली

मखाना, पिस्ता, किशमिश, काजू, बादाम, अखरोट, छुआरा आदि की कई सारी रेंज और क्वालिटी खरीदने को मिलती है। सूखे मेवों की विभिन्न कैटेगरी को दर्शाती यह बाजार अपने आप में ही विशेष है, हर एक मेवा मसाले की कई सारी वैराइटी देखने को मिलती है, जो अन्यत्र देखने को नहीं मिलती है। मेवों के साथ ही यहां मसालों का भी थोक व्यापार किया जाता है। आप यहां थोक रेट में फुटकर सामान भी खरीद सकते हैं।

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चावड़ी बाजार

दिल्ली का चावड़ी बाजार कागज़ी उत्पादों और पीतल के सामानों के लिए मशहूर है, यहां आप शादी बारात अन्य उत्सवों से संबंधित कार्ड्स, रंगीन कागज़ों, लिफाफों के लिए खरीदारी कर सकते हैं साथ ही पीतल और अन्य धातुओं से बनी आकर्षक मूर्तियों की खरीदारी कर सकते हैं। खरीदारी करते समय असली और नकली सामान की परख कर लेनी चाहिए और सीज़न में खरीदारी करने पर विशेष छूट का भी फायदा ले सकते हैं।

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नई सड़क

पठन पाठन से संबंधित किताबों के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों, सुंदर डायरियों और हाथ से बने कागज़ों की विशेष श्रृंखला खरीदने को मिलती है, पुरानी दिल्ली की यह जगह पुस्तक प्रेमियों के लिए स्वर्ग समान है। आप यहां से स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थानों में प्रयुक्त होने वाले सामानों व स्टेशनरी को थोक या फुटकर तरह से ले सकते हैं। परीक्षाओं और एडमिशन सीजन पर यहां की भीड़भाड़ और रौनक देखने लायक होती है। वीकेंड पर यहां कुछ ज्यादा ही भीड़ रहती है।

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भागीरथ पैलेस

दिल्ली ही नहीं वरन् पूरे एशिया में अपनी तरह का यह बाज़ार इलेक्ट्रॉनिक सामानों की विस्तृत रेंज और सबसे विशाल थोक बाजारों में जाना जाता है यहां की लाइट्स, एलईडी, झूमर के साथ ही कई सारे हेल्थ उपकरण की खरीदारी भी कर सकते हैं। यहां भारतीय और विदेशी दोनों तरह के सामानों की कीमत थोक भाव में मिल जाती हैं। घर सजाना हो या ऑफिस, इस तरह का सजावटी इलेक्ट्रानिक सामान यहां आसानी से ठीक दाम पर मिल जाता है। इलेक्ट्रीकल संबंधित वस्तुओं की भी आकर्षक रेंज खरीद सकते हैं। बिस्तर लैंप, खूबसूरत लाइट्स की झालर, एलईडी पट्टियां और कई तरह की स्ट्रिंग लाइट ले सकते हैं, जिनकी इतनी सारी वैराइटीज देखकर आप आश्चर्यचकित हो सकते है।

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बल्लीमारान

चांदनी चौक का यह स्थान अपनी जीवंत संस्कृति और लोगों की भीड़ से गुलज़ार रहता है, कुछ लोग इसे मिर्जा गालिब बाजार भी कहते हैं जहां फैशनेबल एसेसरीज जैसे सनग्लासेज और ग्लासेज, लेटेस्ट फुटवियर्स की औपचारिक और अनौपचारिक वैराइटी की उत्कृष्ट जगह है। स्ट्रीट वेंडर्स या दुकानों पर कीमतों को ठहराकर बेहतर सौदा कर सकते हैं। यहां अन्य जगहों से कम कीमतों पर ब्रांडेड और अच्छी खरीदारी का अनुभव लेने के साथ चश्मा बनवा भी सकते हैं।

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क्लॉथ मार्केट

चांदनी चौक का यह हिस्सा अपने कपड़ों के लिए जाना जाता है, जहां विभिन्न कपड़ों की वैराइटी पर बेहतर डिजाइन और मनपसंद लुक्स पर फिट बैठने वाली खरीदारी की जा सकती है। ज्यादा कपड़े खरीदना चाहते हों या सिर्फ कुछ पीस लेने हों, दोनों ही तरह से यह बाजार बेहतरीन ऑप्शन्स और कीमतों पर खरीदारी का मज़ा ले सकते हैं।

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मोती बाजार

अगर आप एंटीक ज्वेलरी के शौकीन हैं तो मोती बाजार आपके लिए कुछ खास है। इसके साथ ही यहां ओरिजनल इत्र की खुशबू, चंदन की लकड़ी और अन्य विंटेज सामानों की विविध रेंज खरीदने का मौका मिलता है। इन गलियों में मनमोहक खुशबूओं और प्रतीक चिन्हों की भरपूर उपलब्धता होती है। यहां की मोती की चूड़ियां खरीदारों को विशेष रूप से आकर्षित करती है।

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कूचा महाजनी

चांदनी चौक का यह बाजार प्राचीन चीजों के शौकीनों के लिए लोकप्रिय है, जहां पुराने सिक्के, नोट, दुर्लभ मूर्तियों का संग्रह प्रमाणिक पत्र के साथ भी खरीद सकते हैं। मुद्राशास्त्रियों के लिए भी यहां बहुत कुछ विशेष खरीदने का मौका मिलता है। यह काफी पुराना बाजार है जहां ऐतिहासिक पसंद रखने वालें घंटों समय बिताते हैं।

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चांदनी चौक साप्ताहिक बंदी और समय सारिणी

चांदनी चौक बाजार के खुलने का समय लगभग सुबह 10 बजे का रहता है व बंद होने का समय लगभग रात 8 बजे होता है। साप्ताहिक बंदी प्रमुखतः रविवार को रहती है, इस दिन अधिकांश दुकानें बंद रहती हैं, बाकी कुछ दुकानें सोमवार को बंद रहते हैं। इच्छित सामान को लेने चांदनी चौक जा रहें है तो तो पहले से उसकी बंद होने के नियत दिनों को देख लें जिससे किसी प्रकार की असुविधा न हो। विभिन्न श्रेणियों में सामानों की उपलब्धता के कारण एक साथ पूरा बाजार बंद नहीं होता है, इस बात को भी ध्यान में रखकर चांदनी चौक घूम सकते हैं।

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चांदनी चौक में देखने योग्य आकर्षण

चांदनी चौक में आप बाज़ार घूमने और खरीदारी करने के साथ ही आध्यात्मिक आभा को महसूस करते हुए इन धार्मिक स्थलों की शोभा को भी महसूस कर सकते हैं।

  • 1. दिगंबर जैन लाल मंदिरः यह दिल्ली का सबसे पुराना जैन मंदिर है जो चांदनी चौक बनने की शुरूआत से ही लगभग 17वीं शताब्दी से ही यहां अवस्थित है।
  • 2. गौरी शंकर मंदिरः भगवान शिव और माता पार्वती के भक्तों पर अपनी कृपा बरसाता यह मंदिर बहुत प्राचीन है जिसके बारें में कई लोककथा और किंवदंतियां प्रचलित हैं, चांदनी चौक में स्थित यह मंदिर करीब 800 साल से भी ज्यादा पुराना है। 
  • 3. शीशगंज साहिब गुरूद्वाराः सिखों के नौवें गुरू तेगबहादुर को समर्पित यह गुरूद्वारा उनकी स्मृति का महत्वपूर्ण प्रतीक और आस्था का केंद्र है।
  • 4. ओमेक्स मॉलः  चांदनी चौक में आप मॉल का भी आनंद ले सकते हैं। विशाल परिक्षेत्र में बना यह चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन से सटा हुआ है। सफेद रंग से बना यह भव्य मॉल बहुत ही शानदार प्रतीत होता है जहां आप एक से बढकर एक ब्रांडेड शॉपिंग को करते हुए शांति और ठंडक की राहत की सांस ले सकते हैं और इसकी सुंदरता को निहार सकते हैं।

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बाजार अव्यवस्था से कैसे निपटेंः

चांदनी चौक की गलियां बहुत ही संकरी और शोर शराबे से भरी हैं जिनमें कभी तो खरीदारों, विक्रताओं, रिक्शा चालकों या कभी जानवरों की उपस्थिति से गुलज़ार रहती है। इस वजह से कभी कभी थोड़ी असुविधा का भी सामना करना पड़ता है, लेकिन इस छिपी दिक्कत को भी आप बेहतर तरीके से मैनेज करते हुए एन्जॉए कर सकते हैं जहां गरमागरम स्ट्रीट भोजन की खुशबू, रंग बिरंगे सामानों की झलक, क्रेता विक्रेता की मोल भाव बातचीत से मन को बहलाते हुए चांदनी चौक का अनुभव ले सकते हैं।

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चांदनी चौक बाज़ार यात्रा सहज कैसे हो

  • बेहतर खरीदारी अनुभव के लिए नकदी साथ रखें
  • अत्यधिक भीड़भाड़ होने की वजह से ज्यादा कीमती सामान साथ न पहनें , ना लेकर चलें।
  • बाजार में घूमते हुए रूक कर कुछ पल आराम करें, इसके लिए बैठकर किसी कैफे या रेस्टोरेंट में चाय या कॉफी का मजा लें।
  • नल का पानी पीने से बचें, कोशिश करें कि पानी की बोतल साथ रखें।
  • पैदल चलने की बेहतर प्रैक्टिस और सहज फुटवियर्स पहनें।
  • चांदनी चौक बाजार में मोल भाव करना आम बात है इसलिए विनम्र स्वभाव अपनाते हुए वाक् कौशल को आजमाएं।
  • सप्ताहांत में ज्यादा भीड़ होती है, कोशिश करें वीक डेज में जाएं।

चांदनी चौक और फूडी लवर्स

चांदनी चौक सिर्फ वस्तुओं की खरीदारी के लिए ही नहीं बल्कि फूड लवर्स के लिए भी पहली पसंद है। जहां कई सारे व्यंजनों का लज़ीज स्वाद चख सकते हैं। पराठे वाली गली में विविध तरह के परांठे जैसे आलू, गोभी, सूखे मेवों से बने भरवां पराठों का स्वाद चख सकते हैं। इसके अलावा दरीबा कलां में गरमागरम देशी घी से बनी जलेबियों के स्वाद के साथ ही स्वादिष्ट रबड़ी का कॉम्बिनेशन आजमा सकते हैं। यहां नमकीनों की विविध स्वाद, दही भल्ले, कुल्चे और भी कई फेमस मिठाईयों के स्वाद को चख सकते हैं। आप वेजटेरियन हो या नॉन वेज के शौकीन हों हर तरह के बेमिसाल स्वाद को चख सकते हैं।

चांदनी चौक कैसे पहुंचे

निकटतम मेट्रो स्टेशन चांदनी चौक (येलो लाइन) है, जहां से पैदल भ्रमण कर ही बाजार पहुंचा जा सकता है।

बाजार घूमने के लिए साइकिल रिक्शा का उपयोग कर सकते हैं
नजदीकी रेलवे स्टेशन नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली है, आप यहां से ऑटो, ई रिक्शा या कैब के माध्यम से चांदनी चौक पहुंच सकते हैं।

यात्रा का उपयुक्त समयः

सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक भीड़ कम होने की वजह से खरीदारी और घूमने के लिए आदर्श समय है।
शाम के 5 बजे से 7 बजे तक लाइट्स की जगमगाती रोशनी के बीच चांदनी चौक का नजारा बेहद खूबसूरत प्रतीत होता है और स्ट्रीट फूड की खुशबू मनमोहक होती है।
रविवार को बंद होने के कारण जो दुकानें खुली रहती हैं, उन्हें घूम सकते हैं।

चांदनी चौक के आसपास घूमने योग्य स्थान

  • लाल किलाः  यूनेस्को द्वारा वैश्विक धरोहर के रूप में प्रसिद्ध यह जगह भारत के गौरवशाली अतीत की कहानियां बयां करता है, जो चांदनी चौक से लगभग 1.5 किमी दूरी पर स्थित है, भारत का यह ऐतिहासिक किला देश की समृद्धि और दृढ़ता का प्रतीक है। आप यहां संग्रहालय, पार्क और इसकी भव्यता का अन्वेषण कर सकते हैं।
  • जामा मस्जिदः भारत की ऐतिहासिक और विशाल मस्जिदों में से एक यह जामा मस्जिद आप देखने के लिए जा सकते हैं, जहां से इलाके का विहंगम दृश्य देखने के साथ ही नमाज पढने के अलावा भी यहां जा सकते है। मस्जिद की गरिमा को बनाए रखने हेतु उपयुक्त परिधान पहनें।
  • सेंट्रल बैपटिस्ट चर्चः लगभग 18वीं शताब्दी में बनी यह चर्च आज भी अपनी अनोखी वास्तुकला की छाप प्रदर्शित करती पर्यटकों का मन मोह लेती है।

बॉलीवुड फिल्मों में चांदनी चौकः

  • कई मूवीज़ में चांदनी चौक का नाम और परिदृश्य लिए गए हैं जैसे कभी खुशी कभी ग़म में काजोल और करीना अभिनेत्रियों के निवास को चांदनी चौक ही बताया गया है।
  • अक्षय कुमार की फिल्म चांदनी चौक टू चाइना इसी पृष्ठभूमि को प्रदर्शित करती है।
  • दिल्ली 6 फिल्म में चांदनी चौक के चारदीवारी शहर में शूटिंग की गई है।
  • और भी बहुत सारी फिल्मस की शूटिंग लोकेशन चांदनी चौक है।

निष्कर्ष

चांदनी चौक, पुरानी दिल्ली के साथ ही पूरे भारत की धड़कन है। जहां ऐतिहासिकता के संगम के साथ ही आधुनिकता का भी आकर्षण देखने को मिलता है। संकरी गली मोहल्ले, इमारतें, हवेली और अन्य स्मारक विरासत की अनमोल देन है, जहां खरीदारी के विशेष अनुभवों के साथ ही हमेशा जीवंत उत्साह की असीमित ऊर्जा का संचार होता रहता है। गुलज़ार बाजार की रौनक, पकवानों व इत्रों की महक के साथ खूबसूरत शोरगुल भरे नज़ारों को देखना चांदनी चौक की खूबसूरती से रूबरू कराता है।

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