भारत में ऐसी कई सारी विमान कंपनियां हैं जो छात्रों को उनकी यात्रा के दौरान विशेष छूट देती हैं। यह छूट 6 से दस फीसद तक हो सकती है। अलग-अलग विमान कंपनियों ने अपने स्कीम के तहत अलग-अलग छूट का प्रवधान दे रखा है। हालांकि, यह छूट केवल घरेलु उड़ान के दौरान ही दी जाती है। इतना ही नहीं विमान कंपनियां छात्रों को 10 किलोग्राम अतिरिक्त बैगेज ले जाने की सुविधा भी देती है। आपको बतादें कि भारत सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए इस योजना की शुरुआत उड़ान स्कीम के तहत की थी। ताकि हवाई यात्रा को बढ़ावा दिया जा सके। लेकिन, इस छूट को पाने के लिए छात्रों को कुछ नियमों का पालन करना होगा। जिसके बारे में हम आपको बता रहे हैं।
छात्रों को दी जाने वाली छूट केवल विमान के बेस फेयर पर ही अप्लाई हो सकती है। यह वन वे या राउंड ट्रिप दोनों के लिए उपयुक्त है। लेकिन केवल घरेलु यात्रा के दौरान इकोनॉमी क्लास में ही यह छूट दी जाएगी। इस छूट के बारे में पूरी जानकारी बुकिंग के दौरान दे दी जाती है। अगर आप बुकिंग के बाद ट्रिप में कोई बदलाव या टिकट कैंसल करते हैं तो आपको इसके लिए सामान्य दर चुकाना होता है। छात्रों को दी जाने वाली छूट हर विमान कंपनी के लिए अलग-अलग है तो ऐसे में जरूरी है कि टिकट की बुकिंग से पहले आप इससे जुड़े दिशा निर्देशों को भली भांती पढ़ लें।
कैंसलेशन और उड़ान में बदलावः अगर आप छात्र हैं और अपने फ्लाइट की बुकिंग करा रहे हैं तो टिकट की बुकिंग करने से पहले एक बार तारीख के बारे में ध्यान पूर्वक सोच लें। क्योंकि अगर आपने छूट के लिए स्टूडेट कोटा के तहत टिकट बुक कराया और समय पर यात्रा करने में सक्षम नहीं हैं तो आपको यह सौदा महंगा पड़ सकता है। क्योंकि, ज्यादातर विमान कंपनियां उड़ान में बदलाव या फिर टिकट कैंसल करने के दौरान जो चार्ज लेती हैं वह छात्रों के लिए सामान्य ही होता है। तो ऐसे में आपको काफी नुकसान हो सकता है।
अपने आईडी की जांच कर लेंः यदि आप स्टूडेंट कोटा के तहत अपने टिकट की बुकिंग कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि आपके पास कोई वैध आईडी उपलब्ध हो। इस आईडी पर अगर आपके उम्र का सही विवरण नहीं है तो आपको आपके उम्र का कोई प्रमाण पत्र अलग से कैरी कर लेना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो हो सकता है कि एयर पोर्ट पर चेकइन के दौरान आपके सामने कोई बड़ी मुसीबत आ सकती है। ऐसे में आपका डिस्काउंटेड टिकट कैंसल भी हो सकता है।