अगस्त में मसूरी कम भीड़ वाला महीना है जब मौसम कुछ अलग सा होता है। चारों ओर बिखरी हरियाली लिए पहाड़ियों पर धुंध भरे बादलों की ओट, देवदार, चीड़ जंगलों की श्रृंखलाओं पर मानसून का खुशनुमा असर और हर बारिश के बाद वातावरण में आई शानदार ताज़गी की भीनी सी खुशबू आकर्षित करती है। यह समय मसूरी में कई करने और देखने योग्य गतिविधियों के मनोरंजन का है। पश्चिमी हिमालयी गढवाली चोटियों के मनोरम दृश्यों के साथ शानदार आकर्षण को एन्जॉए करने के लिए किस तरह की योजना बनाना सर्वोत्तम होगा, जानते हैं इस आर्टिकल में।
अगस्त में मसूरी ऑफ सीजन का समय होता है जब आप शांति और सुकून की तलाश में यहां भ्रमण करते हुए इस जगह का आनंद ले सकते हैं। अगर आप बढी हुई नमी के साथ कुछ गर्माहट सहन कर सकते हैं, लेकिन ठंडक भी रहती है तो यह मौसम आपके मसूरी पर्यटन के लिए उपयुक्त है जब यहां विरासत स्थलों के साथ कुहासे से भरे परिदृश्यों और सजीव परंपराओं की रौनक में कभी कभी होने वाली बारिश की रिमझिम बूंदों को महसूस कर सकते हैं।
बारिश के सीजन में भूस्खलन या फिसलन भरे रास्तों की दिक्कत हो सकती है लेकिन मौसम की जीवंतता और कम भीड़ का आनंद प्रदान करने के साथ ही रियायती दरों पर ठहरने की उपलब्धता।
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अगस्त के मानसूनी महीने में केम्प्टी फॉल्स अपने चरम खूबसूरती के साथ गिरता है जो मसूरी के सबसे ज्यादा लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है। लगभग 40 फीट की ऊंचाई से गिरता पानी की तेज धारा नीचे एक कुंड में समाहित होती है जिसका प्राकृतिक नज़ारा अति मनोरम होता है। मानसूनी महीने में चट्टानों की फिसलन कुछ ज्यादा हो सकती है, इसलिए सावधानी रखते हुए दीदार का मज़ा लें। बढिया समय बिताना है तो कोशिश करें सुबह जल्दी आ जाएं और वाटरपू्रफ फुटवियर्स पहनें। पानी में जाए बिना भी घनी हरियाली और खूबसूरत पहाड़ियांं के विंहगम दृश्यों का आनंद लें। शहर से केम्प्टी फॉल्स की दूरी लगभग 15 किमी है।
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अपने नाम के अनुरूप यह सड़क ऊंट के कूबड़ की तरह दिखने वाली लगभग तीन किलोमीटर लंबी है जिसका आकर्षण शानदार है और यहां पैदल भ्रमण करना एक अच्छा विकल्प है। मानसूनी अगस्त के समय पहाड़ों की जीवंत हरियाली और कुहासे से भरी बारिश की चमक भाव विभोर करती है। मार्ग के किनारे पर देवदार के पेड़ों की कतारें और महक बादलों की छांव में दिवास्वप्न सी लगती हैं। अगर आप टहलने के शौकीन हैं सुबह और शाम के समय यहां शौक पूरा कर सकते हैं, जिनमें बीच में आराम करने के लिए अंग्रेजो के ज़माने की बेंचे भी मिलेंगी। इस सड़क से दून घाटी के सुरम्य वातावरण की शोभा को आराम से निहारने के साथ ही फोटोग्राफी के माध्यम से संजोए रख सकते हैं।
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छावनी शहर के रूप में मशहूर यह स्थान अत्यंत साफ स्वच्छ और शांति सुकून से परिपूर्ण है। जहां से स्पष्ट दूरदर्शिता के लिए इसे पर्यटकों द्वारा विशेष पसंद किया जाता है- यमुनोत्री, गंगोत्री केदारनाथ और अन्य कई प्रमुख हिमालयी चोटियों को यूं ही देखा जा सकता है। गढवाल हिमालय की खूबसूरती को बेहद आकर्षक तरह से प्रस्तुत करता है। घने चीड़ के वनों और मोड़दार रास्तों की रौनक में लंढौर की सैर कर सकते है। जहां लाल टिब्बा, विरासत में मिले चर्च और कॉटेज की खूबसूरती को देखते हुए मनपसंद स्वाद का आनंद ले सकते हैं। प्रकृति और रचनात्मकता का ऐसा मधुर संगम बहुत कम देखने को मिलता है।
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मानसूनी दिनों में यह पहाड़ी धुंध में सराबोर रहती है, गन हिल को विलुप्त ज्वालामुखी भी कहते हैं जहां से पूरी मसूरी को देख सकते है जो यहां की दूसरी सबसे प्रमुख ऊंची चोटी है, जिसके व्यू पॉइंट से पहाड़ी क्षे़त्र की लगभग 2024 मीटर ऊंचाई से विहंगम परिदृश्यों को देखना और बर्फ से ढकी हिमालयी पर्वतमाला का दीदार करना आश्चर्य से भर देता है। गन हिल के नाम के पीछे कहानी है, आजादी के पहले यहां एक तोप का होना, जो लोगों की घड़ी मिलान और समय सही सेट करने के उद्ेदश्य से चलाई जाती थी। इस पहाड़ी पर जाने के लिए रोपवे की सुविधा उपलब्ध है जिसमें बैठना बहुत रोमांचकारी हो सकता है। रोपवे यात्रा के दौरान पहाड़ी के घने वनों के बीच रंग बिरंगे फूलों की श्रृंखलाएं बेहद प्रिय लगती हैं। यहां मौजूद दुकानों से आप स्मृति चिन्ह और अन्य आकर्षक चीजों की खरीदारी करने के साथ ही लज़ीज व्यंजन का स्वाद चख सकते हैं। दूरबीन की मदद कई किलोमीटर दूर की चीजों को देखने का आनंद ले सकते हैं।
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मसूरी की मॉल रोड बहुत ही फेमस टूरिस्ट रोड है जहां मनमोहक व्यू के साथ अगस्त की खुशनुमा शाम की जगमगाती रोशनी, गीले रास्तों पर टिमटिमाती लाइट्स, हवाओं के सर्द झोंके के साथ कुहासे की चादर ओढे रेस्टोंरेंट और दुकानों का रूख कर सकते हैं जहां स्वाद और ऊनी शॉल, स्वेटर्स के साथ कई सारी चीजों की रेंज खरीद सकते हैं। यहां हस्त शिल्प और विभिन्न धातुओं से बनी चीजें अत्यधिक प्रसिद्ध हैं। मसूरी के मध्य में स्थित यह रोड दून घाटी के मनोरम परिदृश्यों के साथ ही सजीव वातावरण की चमक प्रदान करता है। औपनिवेशिक इमारतों, चर्च और संग्रहालयों को घूमते हुए कई मजेदार गतिविधियां जैसे स्केटिंग रिंक, केबल कार की सवारी और घुड़सवारी इत्यादि का मनोरंजन कर सकते हैं। मॉल रोड पर बनी बेंच पर बैठ कर गर्मागर्म स्नैक्स और चाय का आनंद ले सकते हैं।
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मसूरी का यह गार्डन मानसूनी दिनों में और भी खूबसूरत प्रतीत होता है जिसमें उद्यान की शोभा, हरियाली, रंग बिरंगे फूलों की रौनक के साथ शो पीस के पौधों की चमक के साथ यह स्थान अकेले या पूरे परिवार संग समय बिताने का सबसे अच्छा स्थान है। सुंदरता के पर्याय झरनों की विशेष झलक वातावरण को और भी ज्यादा सुरम्य बना देती है, इसके साथ ही यहां बने कृत्रिम तालाब में नौका विहार और भी ज्यादा आनंददायक होता है। बच्चों के लिए यहां फन, मस्ती और कई सारी राइडिंग एक्टीविटी का मौका मिलता है। प्रकृति के नजदीक मनोरंजन का अनमोल खज़ाना कंपनी गार्डन में मिलता है जिसे म्युनिसिपल गार्डन नाम से भी जाना जाता है।
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मसूरी में पहाड़ों को महसूस करने और उनकी खूबसूरती को देखने का यह सर्वोत्तम स्थान है जहां लोग प्रकृति और इतिहास की शानदार कृति को देखने के लिए आते हैं। यहां से मसूरी के भव्य नजारों के साथ ही हरियाली परिवेश मे सर जॉर्ज एवरेस्ट का निवास स्थान देखने को मिलता है जिनके नाम पर माउंट एवरेस्ट का नाम रखा गया है, इन्होंने भारतीय नक्शा मानचित्र बनाने में अभूतपूर्व सहयोग दिया था। यह स्थान ट्रेकिंग करने वालों के लिए स्वर्ग से कम नहीं। इस हाउस का निर्माण सन् 1832 में हुआ था, मसूरी में एक पहाड़ी चोटी पर बना है। ऊंचाई पर होने की वजह से यहां से सूर्योदय और सूर्यास्त के नजारें भी बहुत ही प्रिय लगते हैं। पिकनिक मनाने के लिए यह स्थान बढिया है, जहां धीमी धीमी ठंडी हवा के झोंके मन को अत्यधिक सुकून प्रदान करते हैं।
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वैसे तो इसका नाम क्लाउड्स एंड है लेकिन यहां से बादलो की शुरूआत और सड़क खत्म होती है। मसूरी का यह महत्वपूर्ण स्थल सघन चीड़ और देवदार के जंगलों से घिरे हुआ, कई सारी अन्य वनस्पतियों और प्राणियों के लिए जाना जाता है। बर्फ से ढके हिमालय और नदियों के विहंगम दृश्यों की झलक बारिश में और भी ज्यादा खूबसूरत हो जाती है। यहां मौजूद हेरिटेज रिसॉॅर्ट में ऐतिहासिक समय बिताने के साथ ही प्रकृति का सुखद मेल एन्जॉए कर सकते हैं।
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अगस्त के मानसूनी महीने में खाने पीने की चीजों को लेकर विशेंष दिलचस्पी होती है ऐसे में मसूरी का स्थानीय स्वाद में आपको खास तरह का अनुभव मिलेगा। गर्मागर्म चाय और पकौड़े की खुशबू के साथ जलेबियों के मीठे स्वाद और ताजी ब्रेड और इससे बनने वाली चीजों को चख सकते हैं। यहां का हॉट चॉकलेट बहुत पसंद किया जाता है। यहां के स्थानीय रेस्टोरेंट, स्ट्रीट फूड स्वाद और सांस्कृतिक रेस्तरां के भोजन का आनंद ले सकते हैं। मसूरी खाने पीने स्वाद को लेकर कई विविधताओं और वैराइटीज को पेश करता है।
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सुव्यवस्थित पैंकिग से आपकी अगस्त के दौरान मसूरी यात्रा और अधिक सुविधाजनक हो सकती है।
1. बरसात से बचने के लिए : वाटरपू्रफ रेनकोट या छतरी साथ रखें
2. आरामदायक फुटवियर्स : फिसलन से बचने के लिए जूते या सैंडिल जो लम्बी यात्रा के लिए भी सहज और वाटरप्रूफ हो।
3. परिधानः कपड़े हल्के और जल्दी सूखने वाले हों साथ ही ठंड से बचने के लिए भी कुछ ऊनी कपड़ों का साथ होना जरूरी है।
4. कीटनाशी और अन्य जरूरी वस्तुएंः मच्छरों या अन्य कीट पतंगों से बचने के लिए लोशन या क्रीम के साथ ही मोबाइल वगैरह चीजों के लिए वाटरपू्रफ बैग या पाउच, पानी की बोतल और टॉर्चलाइट अवश्य साथ रखें।
1. मौसम की पूर्वानुमान जांच जरूर करें
2. अंजान और दूरदराज के रास्तों से परहेज करें
3. होटल बुकिंग पहले से ही करा लें।
4. दिन की बारिश से बचने के लिए सुबह जल्दी ही घूमने की शुरूआत करें।
5. आवश्यक वस्तुएं जैसे अनिवार्य और ऐच्छिक दवाएं, पावर बैंक और कुछ हल्का नाश्ता स्नैक्स वगैरह साथ कैरी करें।
देहरादून से मसूरी का सफर सड़क द्वारा ही तय किया जाता है, अगर आप देश के किसी भी कोने से मसूरी आना चाहते हैं तो पहले आपको देहरादून आना होगा इसके लिए आप हवाई या रेल माध्यम के साथ ही सड़क मार्ग से भी देहरादून आ सकते हैं।
निकटतम एयरपोर्ट व रेलवे स्टेशनः जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून व देहरादून रेलवे स्टेशन
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अंत में, पहाड़ों की रानी के नाम से मशहूर मसूरी अगस्त में मानसून के अद्भुत शबाब को पेश करती है। जहां केम्प्टी फॉल्स की ऊंचाई और गन हिल रोपवे का रास्ता इत्यादि पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। रिमझिम धुंध भरे बादलों की हवाओं से दोस्ती, सैरगाहों से लेकर झरनों, पेड़ों और वन्यजीवों की उपस्थिति हरियाली के समस्त श्रेष्ठ आकर्षणों को समाहित कर शांति और सुकून प्रदान करते हैं।