गोवा अपने समुद्री तटों, फेस्टिवल और तमाम सारी वाटर एक्टीविटीज के लिए पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है। लेकिन गोवा के अनछुए पहलू को लोग अभी तक कम ही जान पाए हैं- मानसूनी सीजन के दौरान यहां हरियाली से ढका वातावरण, शांत स्पष्ट और करिश्माई रूप से बिखरी मौसम की सुंदरता के मिश्रण से गोवा का एक नया कलेवर देखने को मिलता है। अगस्त के समय में गोवा पर्यटकों की कम ही भीड़ होती है, इस समय जगह खुद को बारिश के स्वच्छ पानी से रिजार्ज अप करती हुई महसूस होती है। भरपूर पानी से सराबोर नदियां और पूरे शबाब से गिरते शानदार झरने पर्यटन की नई परिभाषा गढते हैं।
तापमानः अधिकतम 29 डिग्री सेल्सियस से लेकर न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस
बारिशः भारी वर्षा, अगस्त के महीने मे करीब 22-25 दिन वर्षा होती है, जिसमें अगस्त के शुरूआती समय में गति ज्यादा होती है फिर मध्य अगस्त तक मूसलाधार बारिश कम हो जाती है।
नमीः हयूमिडिटी का स्तर काफी ज्यादा रहता है।
समुद्रीय तटों की स्थितिः लहरें उफान पर होती है इसलिए इस समय तैरना सेफ नहीं होता
पर्यटन का सही समयः गोवा मे बारिश अक्सर दिन में होती है इसलिए आप घूमने की प्लानिंग को सुबह और शाम के समय के हिसाब से तय कर सकते हैं।
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1. ऑफ सीजन कम भीड़ः आमतौर पर गोवा की तस्वीर जिसमें समुद्र किनारे धूप सेंकने, फेस्टिवल्स और तमाम सारी गतिविधियों की लोकप्रिय छवि पर अगस्त माह में ब्रेक लगने से पर्यटको का एक विशेंष वर्ग यहां दिखाई नहीं देता। जिस वजह से होटल्स और अन्य चीजों पर ऑफ सीजन का फायदा मिल जाता है और गोवा का शांति भरा परिदृश्य और आकर्षित करता है विशेषतः जब आप एकांत पसंद करने के शौकीन हों।
2. हरियाली स्पेशल गोवा लुकः शांत पड़े वीरान समुद्री तटों के स्थान पर हरे भरे परिदृश्यों की श्रृंखला से सजी पहाड़ियों और झरने के आकर्षण भरपूर पानी की उपलब्धता से और भव्य प्रतीत होते हैं जिनका इस समय ऊंचाई से गिरना और शानदार आकर्षण पैदा करता है। इस समय यहां ड्राइविंग, कयाकिंग करना आनंददायक होता है।
3. मानसूनी फेस्टिवल्स और रीति रिवाजः गोवा के स्थानीय रीति रिवाज और पंरपराएं बहुत लोक लुभावनी है जिसमें अगस्त के शुरूआती समय में साओ जोआओ उत्सव की धूम देखने लायक रहती है जिसमें म्यूजिक मस्ती और स्वादिष्ट भोजन की सौगात देखने को मिलती है। दिवार द्वीप पर मनाया जाना वाला बोंडेरम स्थानीय त्योहार के साथ भी एन्जॉए कर सकते हैं साथ ही अगस्त के आखिरी पक्ष में पड़ने वाली गणेश चतुर्थी उत्सव की धूम भी यहां के स्थानीय घरों और सोसाइटीज में देखने को मिलती है।
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पश्चिमी घाट की ऊंची चोटियों पर स्थित गोवा का फेमस जलप्रपात है जो सबसे ज्यादा जोशीले रूप में मानसून के दौरान देखने को मिलता है। विशाल पहाड़ों की ढलानों पर गिरता यह झरना विहंगम परिदृश्यों का निर्माण करता है। यह झरना दक्षिण भारत का एक विशालकाय झरना है जो कुल मिलाकर लगभग 600 मीटर की माप रखता है। मंडोवी नदी द्वारा बना यह झरना तीन धाराओं में बंटकर गिरते हुए अति आश्चर्यजनक लगता है। मंडोवी नदी का यह स्वरूप दक्कन पठार पार होते ही देखने को मिलता है। ऊपर स्थित चट्टानों से नीचे एक हरियाली संपन्न कुंड में गिरने पर इसकी शोभा अति प्रिय लगती है। स्थानीय कोंकणी नाम से प्रसिद्ध इस झरने की दुग्ध जैसी श्वेत धार होने के कारण इसका नाम दूधसागर झरना पड़ा। उष्णकटिबंधीय जंगलों से इस झरने तक अगस्त में जाने के रास्ते या तो पैदल भ्रमण है या फिर रेलगाड़ी, कोलम से झरने तक जीप सफारी अगस्त के समय आपको नहीं मिलती है। इस झरने से जुड़ी कई किंवदंतियों का भी चलन है जो प्राचीन काल से इसकी खूबसूरती और महत्व को बढाती हैं।
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विशाल मंडोवी नदी के किनारे पर बना यह पक्षी अभयारण्य अपने बेहद लुभावने स्थल मैंग्रोव के लिए जाना जाता है जिसकी भौगोलिक परिस्थिति पक्षियों के अनुकूल हैं। पक्षी प्रेमियों के लिए यहां बहुत कुछ है, जहां आप कई सारे देशी विदेशी प्रवासी पक्षियों को निहारते हुए बोटिंग का आनंद भी ले सकते हैं। करीब 400 से अधिक प्रजातियों के पक्षियों को यहां देखा जा सकता है। जहां सुनियोजित तरीके और वॉचटावर की भी व्यवस्था है। मैंग्रोव वनों में घूमते हुए कई सारे वन्यजीवो को भी देख सकते हैं जिसमें स्थलीय और जलीय दोनों की ही कई प्रजातियां देखने को मिलती हैं। जैव विविधता को साकार करता यह पार्क प्रकृति और जीव प्रेमियों के लिए स्वर्ग जैसी है, जहां पैदल भ्रमण करना एक सुखद अनुभव हो सकता है।
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गोवा का सबसे छोटा लेकिन अति बेहद सुदंर यह अभयारण्य प्रकृति के करीब रहने वालों के लिए एक दिवास्वप्न की भांति ही है, यहां आप अपने बच्चों, प्रियजनों और दोस्तों के साथ नेचर की खूबसूरती का एहसास कर सकते हैं। पोंडा तालुका क्षेत्र में स्थित यह अभयारण्य काफी संख्या में पशु जीवांं के दर्शन कराता है। चिड़ियाघर, हिरण सफारी, उद्यान और प्रकृति संपन्न केंद्रों की झलक देखने के साथ ही कई महत्वपूर्ण औषधीय वृक्षों को भी देख सकते हैं। रेनी सीजन में मोहकता और कई गुना बढ जाती है क्योंकि हरियाली और वनों की सघनता अच्छी होती है।
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गोवा के सबसे बड़े वन्यजीव अभयारण्यों में से एक यह स्थान पश्चिमी घाट की तलहटी में विशाल वर्गकिमी क्षेत्रफल में फैला हुआ अभयारण्य है, जहां बरसात के समय यहां आना विशेष तरह से आकर्षित करता है। हरे भरे वनों की सघनता, प्रचुर जैव विविधता और यहां मौजूद कई सारे जलप्रपातों की श्रृंखला आपका मन मोह लेगी। यहां वनों की इतनी प्रचुरता है कि सूरज की रोशनी इनके पार नहीं हो पाती। पशु, जलीय जीव, पक्षी, सरीसृपों की विविध श्रृंखला के साथ जीवनदायनी औषधियां भी देखने को मिलती हैं। डेविल्स कैन्यन के साथ अन्य आकर्षणों को निहारने के साथ ही यहां का इको टूरिज्म विंग पर्यटको को आकर्षित करता है क्योंकि यहां पाए जाने वाले चीजों से संबंधित जरूरी जानकारी भी मिलती है।
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गोवा के मसाला बागानों की महक और स्वाद पर्यटकों को खूब आकर्षित करते हैं, यहां उगाए जाने वाले विभिन्न मसाले इलायची काली मिर्च दालचीनी की हरी भरी उपज आपको मानसूनी सीजन मे बहुत आकर्षित करती है क्योंकि इस समय इन मसालों की खुशबू दूर दूर तक फैलती है और बारिश होते समय यह बेहतर इनडोर मनोरंजन भी हो सकता है।
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इस दौरान यहां का माहौल बेहद शांति प्रदान करने वाला होता है, पास में ही मौजूद मीठे पानी की झील बरसात में और अधिक सुंदर लगती है। अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। इस समय यहां हल्की हवा चलती है ऐसे में आप यहां हल्के कपड़े वियर कर सकते हैं और साथ में रेनकोट भी पहन सकते हैं क्योंकि बारिश तो कभी भी हो सकती है।
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अपने स्वच्छ वातावरण और सुकून के लिए यह बीच पर्यटको को खूब पसंद आता है, इस दौरान यहां पाई जाने वाली पहाड़ियों की सुदंरता देखने लायक होती है जहां किसी जगह से बारिश को देखना अद्भुत होता है। ऑफ सीजन होने की वजह से बेहद सुकून और गोपनीय माहौल मिलता है, जहां आप लंबी सैर, प्रकृति दर्शन और पक्षियों को निहार सकते हैं।
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गोवा का यह समुद्री तट परिवार और दोस्तो के साथ मौज मस्ती के लिए परफेक्ट क्षण प्रदान करता है। इसकी विशेषता है कि यहां परिवार के वरिष्ठ लोगों के लिए सहूलियत भरा माहौल मिलता है जहां जीवनरक्षा गार्ड गश्त मिलती है। चौड़े समुद्र तट के साथ यहां मौजूद नारियल पेड़ों की खूबसूरती विहंगम दृश्यों का निर्माण करती है।
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गोवा मानसूनी समय में आकर्षक तो लगता ही है लेकिन अचानक होती बारिश से आपको किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े इसलिए कुछ पैकिंग टिप्स फॉलो कर के आप अपनी मानसून जर्नी को और भी ज्यादा बेहतर बना सकते हैं।
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मानसूनी मौसम में भी गोवा में करने योग्य कई ऐसी चीजें है जो आपको पर्यटन का भरपूर लुत्फ प्रदान करती हैं।
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अंत में, अगस्त में गोवा घूमने का अपना ही मजा है। शांत प्रकृति, मनोरम वातावरण और लोकल विशेषताओं के साथ ही गोवा का अदृश्य रूप देखने को मिलता है जो आमतौर पर ज्यादा भीड़भाड़ में देखने को नहीं मिल सकता। पुरजोर बहते झरने, पहाड़ियों पर छाई हरीतिमा और समुद्र तटों की एकांत शांति के नजारें और स्थानीय आकर्षणों की विस्तृत श्रृंखला कुल मिलाकर गोवा को परफेक्ट रेनी डेस्टिनेशन बनाते हैं, जो सभी को आकर्षित करता है।
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